Kaushambi में Jharkhandi Devi के मंदिर का जादूई कुंड पानी बताता है आप का भविष्य, जानें कैसे
माँ के दरबार में बना एक कुंड जलहरि भरी जाती है। सबसे बड़ी खास तो उस कुंड की है जिसमें लोग अगर श्रद्धा से उस कुंड में पानी डालते है तो भर जाता है अगर अहम से भरते है तो नही भरता है
वैशाख मास में इस बार जेठ की दुपहरिया जैसा नजारा देखने को मिल रहा है । दिन में सूरज ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। मंदिरों में भी रहा सन्नाटा पहुंच रहे श्रद्धालु। भीषण गर्मी से तालाब और नल भी जवाब दे रहे हैं। गर्मी की वजह से बाजार में भी वीरानी छा गई है।
गंगा जमुना के बीच बसे कौशाम्बी जनपद में नदियां भी सूखने लगी है। गर्मी के महीने में जो लोग बाहर निकल रहे हैं वह गन्ने का जूस और बेल का जूस पसंद कर रहे हैं बाजार में भी गर्मी की वजह से दोपहर होते होते सन्नाटा दिखाई देने लगता है इस भीषण गर्मी की वजह से अनुमान लगाया जा सकता है कि एक-दो दिनों में बारिश लगभग होना तय है। इस गर्मी से टैक्सी ड्राइवर भी परेशान हैं उन्हें गर्मी की वजह से सवारियां नहीं मिल रही हैं।
उधर नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में बसा माँ झारखंडी देवी मंदिर में सन्नाटा रहा जब लोगों से पूछा गया तो लोगों ने बताया कि इस भीषण गर्मी में अब बहुत कम लोग मंदिर में पहुचते हैं केवल मंदिर में माँ की पूजा करने वाली पुजारी माँ मिलीं और उनसे पूछा गया कि मंदिर का कब और कैसे निर्माण हुआ और कितने वर्ष पुराना है। और मंदिर की क्या खासियत है। तो पुजारी माँ ने बताया कि मंदिर में काफी दूर दूर से श्रद्धालु आते है और माँ से मन्नत मांगते हैं और उनकी मन्नत पूरी होती है माँ के दरबार में बना एक कुंड जलहरि भरी जाती है। सबसे बड़ी खास तो उस कुंड की है जिसमें लोग अगर श्रद्धा से उस कुंड में पानी डालते है तो भर जाता है अगर अहम से भरते है तो नही भरता है