Rewa News: रोजगार की आस में मजूदर कर रहे पलायन, सरपंच नहीं दे रहे समुचित अवसर
Rewa News: मध्य प्रदेश के रीवा जिले में सरपंचो के कारनामे अक्सर सामने आते रहते हैं। कभी सरपंच के पति सरपंच की जगह पंचायत का काम कराते नजर आते हैं। कभी वो पंचायत की मीटिंग में दिखाई देते हैं।
Rewa News: मध्य प्रदेश के रीवा जिले में सरपंचो के कारनामे अक्सर सामने आते रहते हैं। कभी सरपंच के पति सरपंच की जगह पंचायत का काम कराते नजर आते हैं। कभी वो पंचायत की मीटिंग में दिखाई देते हैं। ऐसे में लोग सवाल उठाने लगे हैं कि उन्होंने महिला को सरपंच चुना था या उनके पति को, जो इस पद की सारी जिम्मेदारी उठाते नजर आते हैं।
ग्राम पंचायत सूरा का अजीबोगरीब हाल
रीवा जनपद की ग्राम पंचायत सूरा की सरपंच कृष्णावती तिवारी हैं। लेकिन उनके पति अवधेश प्रसाद तिवारी धुइरिहा मुख्यमार्ग से स्कूल की ओर मिट्टीकरण का काम कराते नजर आते हैं। मिट्टी को मशीनों से खोदा जाता है। ट्रैक्टर-ट्रॉली से लादकर डंप कर दिया जाता है और वहां के मजदूर मुंह ताकते रहते हैं। मजदूरों का आरोप है कि गांव में सरपंच उन्हें रोजगार नहीं देते, ऐसे में उन्हें रोजगार के लिए पलायन करने को मजबूर होना पड़ता है। इस बारे में जानकारी के लिए जब ग्रामीणों, समाजसेवी, ग्रामसभा सदस्यों से बात की गई तो पंचायत गंगेव के लोगों ने कहा कि मिट्टीकरण का काम मशीन और ट्रैक्टर ट्रॉली से नहीं होना चाहिए। मजदूरों को इसमे सम्मिलित किया जाना चाहिए।
विभागीय अधिकारियों ने किया निरीक्षण
ये मामला सामने आने के बाद प्रशासन की ओर से इस तरह के कार्य को तत्काल प्रभाव से रोकने का अधिकारी को निर्देश दिया गया। विभागीय अधिकारी सब इंजीनियर श्रद्धा श्रीवास्तव को भेजने की बात कही गई। जिसके कुछ ही देर बाद महिला अधिकारी कार्य स्थल पर निरीक्षण के लिए पहुंची। लेकिन सरपंच कृष्णावती तिवारी एवं सरपंच पति अवधेश तिवारी के द्वारा इस तरह कराए जा रहे कार्यों पर रोक नहीं लगाई गई। ग्रामीणों ने यहां तक आरोप लगा दिया कि सरपंच से सांठगांठ कर मिट्टीकरण के कार्य को मुरमीकरण में तब्दील किया गया। कार्य प्रगति की जो रिपोर्ट तैयार की गई उसमें माना गया कि कार्य ट्रैक्टर-ट्राली और अन्य मशीन से हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है कि इंजीनियर ने सरपंच और सरपंच पति के साथ साठगांठ कर सरपंच पक्ष में प्रतिवेदन बनाया है। दूसरी तरफ गांव के मजदूर रोजगार की आस में इधर-उधर भटकते नजर आते हैं।