5G Launch: 5जी से बदल जाएगी डिजिटल दुनिया, इस साल हो जाएगा लांच
5G Launch: 5 जी न केवल जीवन को बदल देगा बल्कि भारत के आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा। शुरू हुई नीलामी में अडानी एंटरप्राइजेज, भारती एयरटेल, रिलायंस जियो और वीआई भाग ले रहे।
5G Launch Date: भारत में 5 जी नेटवर्क इसी साल शुरू हो जाएंगे। उपभोक्ताओं के साथ देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को भी 5 जी से जबर्दस्त बूस्ट मिलने की उम्मीद है। भारत में 5 जी का प्रभाव बहुत गहरा होगा क्योंकि यह डिजिटल परिवर्तन को बढ़ावा देगा और सभी उद्योगों तथा व्यावसायिक प्रक्रियाओं और लक्ष्यों को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करेगा। 5 जी न केवल देश में जीवन को बदल देगा बल्कि भारत के आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा। एक अनुमान है कि 2023-2040 की अवधि में 5जी टेक्नोलॉजी भारतीय अर्थव्यवस्था में लगभग 450 बिलियन डॉलर का समग्र योगदान देंगी।
भारत में 5 जी नेटवर्क का रोलआउट इसी साल अगस्त में होना था लेकिन चूंकि बोली आज से शुरू हुई है, इसलिए यह स्पष्ट है कि सितंबर या अक्टूबर में ही 5G का कमर्शियल परीक्षण शुरू हो पायेगा। आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पहले स्पष्ट किया था कि 2022 के अंत तक 20 से 25 भारतीय शहरों को 5G कनेक्टिविटी मिल जाएगी। उन्होंने यह भी संकेत दिया था कि भारत में नियमित उपयोगकर्ताओं के लिए वास्तविक नेटवर्क की कीमत वैश्विक बाजार से कम होगी।
5 जी नीलामी में केवल चार प्रतिभागी
आज से शुरू हुई नीलामी में अडानी एंटरप्राइजेज, भारती एयरटेल, रिलायंस जियो और वीआई (वोडाफोन आइडिया) भाग ले रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि 5 जी नीलामी का मौजूदा चरण बहुत आक्रामक नहीं होगा, क्योंकि इसमें केवल चार प्रतिभागी हैं। सरकार ने पुष्टि की है कि कुल 72 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की नीलामी कई आवृत्ति बैंडों में की जाएगी, जिसमें 600 मेगा हर्ट्ज, 700 मेगा हर्ट्ज, 800 मेगा हर्ट्ज, 900 मेगा हर्ट्ज, 1800 मेगा हर्ट्ज, 2100 मेगा हर्ट्ज, 2300 मेगा हर्ट्ज, 3300 मेगा हर्ट्ज और 26 गीगा हर्ट्ज शामिल हैं। देश में स्पेक्ट्रम की अब तक की सबसे बड़ी नीलामी में कुल 72 गीगाहर्ट्ज़ को 4.3 लाख करोड़ रुपये मूल्य पर 20 साल की वैधता अवधि के साथ ऑफर किया गया है।
नीलामी में भाग लेने के लिए अडानी ने 100 करोड़ रुपये जमा किए हैं, जबकि मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो ने 14,000 करोड़ रुपये की ईएमडी प्रदान की है। सुनील मित्तल के नेतृत्व वाली भारती एयरटेल ने ईएमडी के रूप में 5,500 करोड़ रुपये लगाए हैं, जबकि वोडाफोन आइडिया के लिए यह राशि 2,200 करोड़ रुपये है। चूंकि यह 5G नीलामी का केवल पहला चरण है, इसलिए उम्मीद है कि कंपनियां निम्न और मध्यम स्तर के 5 जी बैंड के लिए बोली लगाएँगी, और उच्च तथा अधिक महंगी 5 जी रेडियो तरंगों की नीलामी बाद में होगी। यह नेटवर्क की डिमांड पर निर्भर करेगा।
10 गुना ज्यादा तेज
4 जी की तुलना में 5 जी दस गुना ज्यादा तेज गति से डेटा ट्रांसफर करता है। 5 जी इंटरनेट का उपयोग करके 5 जीबी मूवी को 35 सेकंड में डाउनलोड किया जा सकता है, जबकि 4 जी में 40 मिनट; 3 जी में 2 घंटे; और 2 जी में 2.8 दिन लगते हैं। 5 जी से समस्त नेटवर्क कनेक्टिविटी का स्वरूप बदल जायेगा।