हमला मैग्नेटिक बमों से: खूंखार आतंकी मचा रहे मातम, हर दिन बिछ रही लाशें

अफगान सरकार और तालिबान के बीच कतर में शांति वार्ता जारी है। लेकिन हमलोें का शिकार हो रहे अफगान के लोगों के घरों में मातम मचा हुआ है। आतंकी संगठन नई तकनीकी के मैग्नेटिक बमों का उपयोग करके अफगान सुरक्षाबलों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों की हत्याएं कर रहे हैं।

Update: 2020-12-29 12:46 GMT
हत्याओं से पूरी दुनिया में तालिबान के घातक हथियार को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। अफगानिस्तान में दूसरे देशोें के राजनयिक भी इन हमलों से खौफ में हैं।

काबुल। अफगानिस्तान में एक भी दिन ऐसा नहीं जब आतंकी हमले न हो। ऐसे में एक तरफ अफगान सरकार और तालिबान के बीच कतर में शांति वार्ता जारी है। लेकिन हमलोें का शिकार हो रहे अफगान के लोगों के घरों में मातम मचा हुआ है। आतंकी संगठन नई तकनीकी के मैग्नेटिक बमों का उपयोग करके अफगान सुरक्षाबलों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों की हत्याएं कर रहे हैं। ऐसे में सक्रिय आतंकी संगठन ने केवल काबुल में पिछले दिनों मैग्नेटिक हथियारों से देश के लगभग 10 सरकारी अधिकारियों की हत्या कर दी।

ये भी पढ़ें... अफगानिस्तानः गजनी प्रांत के गेलान जिले में एक धमाके में 15 लोगों की मौत, 20 से ज्यादा घायल

अफगान अधिकारियों को अपना निशाना बना रहा

ऐसे में हत्याओं से पूरी दुनिया में तालिबान के घातक हथियार को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। अफगानिस्तान में दूसरे देशोें के राजनयिक भी इन हमलों से खौफ में हैं। इस बारे में अफगानिस्तान के खुफिया दस्तावेज बताते हैं कि तालिबान कट्टरपंथ का विरोध करने वाले मध्यम दर्ज के अफगान अधिकारियों को अपना निशाना बना रहा है।

फोटो-सोशल मीडिया

साथ ही एक राजनयिक ने आरोप लगाते हुए कहा कि तालिबान साजिश के तहत वरिष्ठ अधिकारियों या सेना के जनरलों पर हमला नहीं कर रहा है। तालिबान को शांति वार्ता के रद्द होने का डर भी सता रहा है।

ये भी पढ़ें...तालिबान की वापसीः सहमा अफगानिस्तान, बीते युग को याद कर कांपा

हमलों में मैग्नेटिक बमों के इस्तेमाल

इसके अलावा तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने हो रहे हमलों में मैग्नेटिक बमों के इस्तेमाल की बात स्वीकार करते हुए कहा कि इन हमलों में अफगान सरकार के केवल उन अधिकारियों को निशाना बनाया जा रहा है जो शांति और युद्ध दोनों में शामिल हैं।

वहीं आतंकी संगठन ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि वो सरकारी अधिकारियों को निशाना बनाते रहेंगे लेकिन सोशल एक्टिविस्ट और पत्रकारों पर हमला नहीं करेंगे। फिलहाल अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ने मैग्नेटिक बमों के इस्तेमाल के लिए तालिबान को जिम्मेदार बताया है।

ये भी पढ़ें...रेप पीड़िता को सुनाया गया तालिबानी फरमान, 5 लाख का जुर्माना, हुक्का-पानी बंद

Tags:    

Similar News