बैंकाक : म्यांमार की स्टेट काउंसिलर आंग सान सू की ने शनिवार को यहां कहा कि देश की सेना द्वारा यह स्वीकार करना कि रोहिंग्या के खिलाफ आपराधिक घटनाओं में वह शामिल थी, एक सकारात्मक कदम है। देश की सेना ने पहली बार बुधवार को माना था कि वह रोहिंग्या के एक समूह की गैर-न्यायिक हत्या में शामिल थी, जिनके शव पश्चिमी म्यांमार के रखाइन प्रांत में मिले हैं।
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समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, सू की ने जापानी विदेश मंत्री तारो कानो से मुलाकात के बाद कहा ,"यह स्वीकारोक्ति इस बात का सबूत है कि देश न्याय में हुई किसी भी चूक के लिए खुद जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार है।"
इस नरसंहार की जांच के लिए गठित आयोग की ओर से जारी रपट के अनुसार, "बौद्ध समुदाय की अगुवाई में सैनिकों और स्थानीय नागरिकों ने रोहिंग्या समुदाय के 10 लोगों को विद्रोही 'अरकाइन रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी' का सदस्य समझकर मार डाला था।"
आयोग ने कहा है कि घटना के लिए जिम्मेदार सैनिकों और नागरिकों के खिलाफ मामला चलाया जाएगा।
यह घटना दो सितंबर, 2017 को रखाइन प्रांत के उत्तर में 'इन दिन' गांव में हुई थी।