ढाका : देश के गृहमंत्री असदुज्जमान खान कमाल ने बताया कि आतंकी मुफ्ती हन्नान को मौत की सजा देने पर अब कोई बाधा नहीं बची है, राष्ट्रपति अब्दुल हमीद ने उसकी दया याचिका को ठुकरा दिया है। मुफ्ती हन्नान को अब कभी भी मौत की सजा दे दी जाएगी इसलिए काशिमपुर जेल में तैयारी शुरू कर दी गयी है।
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आपको बता दें सुप्रीम कोर्ट ने 21 मार्च को हरकत-उल जिहाद अल-इस्लामी बांग्लादेश सुप्रीमो मुफ्ती हन्नान और उसके दो साथियों के मृत्युदंड की पुष्टि कर फैसला जारी कर दिया था।
दोषियों ने तत्कालीन ब्रिटिश उच्चायुक्त अनवर चौधरी पर 21 मई, 2004 को सिलहट में जानलेवा हमला किया था। इस हमले में 3 की मौत हो गई थी और अनवर गंभीर रूप से घायल हुए थे।
सिलहट कोर्ट ने 23 दिसंबर, 2008 को हमले में भूमिका के लिए तीन लोगों को मौत की सजा सुनाई। हाईकोर्ट ने फरवरी 2016 में इस सजा को बरकार रखा।
इसके साथ ही हन्नान को 2001 में रमन बाटमुल विस्फोट के लिए भी मौत की सजा सुनाई गई थी। इसमें 10 की जान गई थी।