Britain: ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक का बड़ा फैसला, गृह मंत्री ब्रेवरमैन को किया बर्खास्त, जेम्स क्लेवरली को नई जिम्मेदारी
Britain: ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने सोमवार को अपने कैबिनेट में फेरबदल किया और इसकी शुरुआत उन्होंने गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन को बर्खास्त करने के साथ किया।
Britain: पुलिस पर फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों के प्रति बहुत अधिक नरमी बरतने का आरोप लगाने वाली ब्रिटेन की गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन को बर्खास्त कर दिया गया है। पीएम ऋषि सुनक ने अपनी सरकार की गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन को बर्खास्त कर दिया है। सुएला ने पुलिस पर फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों के प्रति बहुत अधिक नरमी बरतने का आरोप लगाया था। हालांकि, इसके बाद उन्होंने रविवार को पुलिस के समर्थन में अपना बयान दिया। लेकिन अपनी कुर्सी बचाने के लिए पुलिस के समर्थन में दिया गया उनका बयान आने में देर हो गया और उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया।
डेविड कैमरन को विदेश मंत्रालय का जिम्मा
प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, ब्रिटिश विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली को ब्रेवरमैन की जगह गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा डेविड कैमरन को विदेश मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया है। कैमरन ब्रिटेन सरकार में विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास मामलों के राज्य सचिव पद की जिम्मेदारी संभालेंगे।
इस मामले को लेकर सुनक पर उनकी कंजर्वेटिव पार्टी के कुछ श्रेणी का दवाब था और साथ ही विपक्ष के हमलों का भी सामना करना पड़ा था। ब्रेवरमैन ने रविवार शाम को एक बयान में कहा, हमारे बहादुर पुलिस अधिकारी कल लंदन में प्रदर्शनकारियों की हिंसा और आक्रमकता का सामना करने के लिए सभी नागरिकों के धन्यवाद के पात्र हैं। अपनी ड्यूटी करते हुए कई अधिकारी घायल हो गए, यह एक आक्रोश है।
पुलिस के समर्थन में दिया गया बयान काम नहीं आया
उन्होंने आगे कहा कि प्रदर्शन के दौरान खुले तौर पर प्रयोग किए गए भड़काऊ भाषण स्पष्ट रूप से नई गिरावट का प्रतीक है। यहूदी विरोधी भावना के साथ आतंकवाद को इतने बड़े पैमाने पर महत्व देना बेहद परेशान करने वाला है। हालांकि, नौकरी बचाने के लिए उनका पुलिस के समर्थन में दिया गया बयान काम नहीं आया और पीएम सुनक ने उन्हें बर्खास्त कर दिया। ब्रिटेन में भी फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों लगातार अपने आवाज बुलंद कर रहे हैं, वे गाजा में इजरायल द्वारा किए गए हमले में निर्दोष लोगों के मारे जाने की बात कर रहे हैं। यहां लगातार फलस्तीन के समर्थक प्रर्दशन कर रहे हैं।