Nijjar Murder Case: निज्जर की हत्या में कई गिरफ्तारियां, कनाडा के अखबार का बड़ा दावा-कातिलों का कनेक्शन लॉरेंस बिश्नोई गैंग से

Nijjar Murder Case: अखबार में एक बार फिर भारत सरकार पर निज्जर की हत्या का आरोप लगाया है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि आरोपी टेंपरेरी वीजा पर 2021 में कनाडा पहुंचे थे।

Written By :  Ashish Kumar Pandey
Update:2024-05-04 08:42 IST

hardeep singh Nijjar Murder Case   (photo: social media )

Nijjar Murder Case: खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की जून 2023 में कनाडा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में कनाडा पुलिस ने हत्या से जुड़े कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं इस बीच यह सवाल भी खड़ा हो गया है कि क्या निज्जर की हत्या में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ था?

कनाडा के एक अखबार ने कनाडाई पुलिस के हवाले से इस बात का दावा किया है। रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि पुलिस ने निज्जर की हत्या से जुड़े एक कथित हिट स्क्वाड के सदस्यों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया जिसमें तीन भारतीय लड़के शामिल हैं। इन सभी के बिश्नोई गैंग से जुड़े होने का दावा किया जा रहा है।

एक बार फिर भारत सरकार पर लगाया आरोप

अखबार में एक बार फिर भारत सरकार पर निज्जर की हत्या का आरोप लगाया गया है। कनाडा पुलिस ने हत्या और साजिश के आरोप में कमलप्रीत सिंह, करणप्रीत सिंह और करन बरार को गिरफ्तार किया है। रिपोर्ट में दावा किया है कि आरोपी टेंपरेरी वीजा पर 2021 में कनाडा पहुंचे थे, उनमें से कुछ के पास स्टूडेंट वीजा था लेकिन किसी ने भी कनाडा में पढ़ाई नहीं की।

लॉरेंस बिश्नोई से कनेक्शन का दावा

गिरफ्तार आरोपियों का कनेक्शन हरियाणा और पंजाब के क्रिमिनल सिंडीकेट से बताया गया है जिसका संबंध कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से है। कनाडा पुलिस ने खालिस्तानी आतंकी सुखदूल उर्फ सुक्खा दुनुके की हत्या के पीछे भी लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ बताया है।

ट्रूडो ने भारत पर लगाए आरोप

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो कई मौकों पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत पर आरोप लगा चुके हैं। हाल ही में उन्होंने भारतीय समुदाय से जुड़े एक प्लेटफॉर्म पर कहा था कि कनाडा और भारत क्षेत्रफल और जनसंख्या की दृष्टि से दुनिया के दो बड़े लोकतंत्र हैं। दोनों देशों के बीच असल चुनौतियां हैं। उन्होंने इस दौरान निज्जर की हत्या की घटना का जिक्र करते हुए कहा था कि इसके विश्वसनीय सबूत हैं कि भारत सरकार के एजेंट कनाडा की जमीं पर कनाडा के नागरिक की हत्या में शामिल थे। ये वास्तविक समस्या है। ये नियमों को मानने वाली वैश्विक व्यवस्था, खुले लोकतांत्रिक विचारों और संप्रभुता के सिद्धांतों के लिए भी समस्या है जिनके लिए हम खड़े हैं। वहीं निज्जर की हत्या को लेकर दिए गए ट्रूडो के ताजा बयान पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भारत सरकार ने कहा है कि ट्रूडो के बयान ने एक बार फिर दर्शा दिया है कि कनाडा में अलगाववाद, चरमपंथ और हिंसा को पॉलिटिकल स्पेस दिया गया है।

संसद में ट्रूडो ने भारत पर लगाए थे आरोप

पिछले साल संसद में बोलते हुए जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाया था। इसके बाद भारत और कनाडा के बीच राजनयिक तनाव बढ़ गया था। तब से ही भारत और कनाडा के बीच रिश्ते उतार-चढ़ाव भरे रहे हैं। भारत ने भी ट्रूडो और उनकी पार्टी पर खालिस्तानियों को लुभाने के लिए वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया था।

जून 2023 में हुई थी निज्जर की हत्या

निज्जर की पिछले साल जून में कनाडा के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। निज्जर खालिस्तानी आतंकी था और खालिस्तान टाइगर फोर्स का चीफ था। वह बीते कई साल से कनाडा में रह रहा था और वहां से भारत के खिलाफ खालिस्तानी आतंकवाद को हवा दे रहा था।

ट्रूडो जब 2018 में भारत दौरे पर आए थे। उस समय उन्हें पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने खालिस्तानी आतंकियों की एक सूची सौंपी थी, जिसमें निज्जर का भी नाम शामिल था। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 2020 में निज्जर को आतंकी घोषित कर दिया था। 2010 में पटियाला के एक मंदिर के बाहर हुए बम विस्फोट में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। हिंसा भड़काने, आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने सहित कई मामलों में पुलिस को उसकी तलाश थी। भारत ने हरदीप सिंह निज्जर को डेजिग्नेटेड टेरेरिस्ट यानी आतंकवादी घोषित किया था। एनआईए ने उस पर 10 लाख का इनाम भी घोषित कर रखा था।

अब कनाडा के अखबार की रिपोर्ट से भारत और कनाडा के रिश्तों फिर गर्माहट देखने को मिलेगी।

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