इस मुद्दे पर चीन ने किया भारत का समर्थन, कही इतनी बड़ी बात

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग ने कहा कि उभरती अर्थव्यवस्थाओं एवं विकासशील देशों के वैश्विक प्रभाव के साथ ब्रिक्स सहयोग की प्रणाली है। हाल के सालों में वृहद एकजुटता एवं गहरे व्यावहारिक सहयोग के साथ वृहत्तर प्रभाव देखने को मिला है।

Update:2021-02-22 21:20 IST
चीन लंबे समय से ऐसा कोई कानून चाहता था, जिससे वो सीधे हांग कांग के मामलों में दखलंदाजी कर सके। ये कानून हांग कांग के किसी भी शख्स को अपराधी करार दे सकता है।

बीजिंग: भारत और चीन में कई महीनों तक तनाव के बाद अब रिश्ते सुधरते दिख रहे हैं। पूर्वी लद्दाख में एलएसी से सैनिकों को हटाने के बाद चीन ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए भारत का समर्थन किया है।

चीन ने कहा कि वह भारत के साथ उभरती अर्थव्यवस्थाओं के पांच सदस्यीय समूह के बीच सहयोग को मजबूत करने के लिए काम करेगा।

ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका ब्रिक्स के सदस्य हैं।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 19 फरवरी को दिल्ली के सुषमा स्वराज भवन में ब्रिक्स सचिवालय में भारत की ब्रिक्स 2021 वेबसाइट को लॉन्च किया है। भारत द्वारा ब्रिक्स सम्मेलन की अध्यक्षता करने पर पूछे गए सवाल पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने अपना समर्थन जताया।

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चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग ने कहा कि उभरती अर्थव्यवस्थाओं एवं विकासशील देशों के वैश्विक प्रभाव के साथ ब्रिक्स सहयोग की प्रणाली है। हाल के सालों में वृहद एकजुटता एवं गहरे व्यावहारिक सहयोग के साथ वृहत्तर प्रभाव देखने को मिला है। वांग ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मामलों में ब्रिक्स अब सकारात्मक, स्थिर एवं सृजनात्मक शक्ति है। उन्होंन अपने बयान में कहा किहम दृढ़ एकजुट एवं सहयोग के लिए रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हम इस साल सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए भारत का समर्थन करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अन्य सदस्यों के साथ संवाद को मजबूत करने के लिए काम करेंगे।

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उन्होंने कहा कि सहयोग के तीन स्तंभों को दृढ़ करने, ब्रिक्स के तहत अधिक प्रगति करने एवं ब्रिक्स प्लस सहयोग बढ़ाने के लिए, कोरोना को हराने, आर्थिक विकास बहाल करने एवं वैश्विक शासन में सुधार करने के लिए काम करेंगे। लेकिन वांग ने साफ नहीं किया इस साल होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन में राष्ट्रपति शी जिनपिंग हिस्सा लेंगे या नहीं।

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