कोरोना वैक्सीन पर बड़ी खुशखबरी: वैज्ञानिकों ने दी ये जानकारी, जंग जीतेगी दुनिया

जानलेवा महामारी कोरोना कराह रही दुनिया के लिए राहत की खबर है। दरअसल, कोरोना के लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर वैक्सीन बना रही कंपनी 'एस्ट्राजेंका' ने दावा किया है कि उसके द्वारा बनाई गई वैक्सीन ट्रायल के दौरान 90 फीसदी सुरक्षा देने में कामयाब रही है।

Update: 2020-11-24 03:26 GMT
ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन 90% तक इफेक्टिव, जानिए भारत के लिए क्यों अच्छी खबर है...

नई दिल्ली: जानलेवा महामारी कोरोना कराह रही दुनिया के लिए राहत की खबर है। दरअसल, कोरोना के लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर वैक्सीन बना रही कंपनी 'एस्ट्राजेंका' ने दावा किया है कि उसके द्वारा बनाई गई वैक्सीन ट्रायल के दौरान 90 फीसदी सुरक्षा देने में कामयाब रही है। साथ ही बताया कि इसके लिए प्रयोग के दौरान पहले वैक्सीन की आधी डोज दी गई, इसके लगभग एक महीने बाद वैक्सीन की फुल डोज दी गई।

...तो क्या कोरोना से अब दुनिया को रहत मिलने वाली है ???

दरअसल, कंपनी ने बताया कि हमने ट्रायल के दौरान जिन लोगों को वैक्सीन दी उन्हें अबतक अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ी है। इसके लिए 'एस्ट्राजेंका' के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमने वन डोज का तरीका अपनाया है। इसमें पहली वैक्सीन का आधा डोज दिया जाता है, इसके लगभग एक महीने बाद पूरा डोज दिया जाता है। बजाय इसके कि हम एक महीने के अंतराल पर दो पूरी डोज वैक्सीन के रूप में दें। उन्होंने बताया कि इसका ये फायदा होगा कि ज्यादा लोगों को टीका लगाया जा सकता है। वास्तव में ये अच्छी खबर है कि दुनिया में इस वक्त तीन कारगर वैक्सीन अंतिम चरण में हैं। इनमें एस्ट्राजेंका के अलावा मॉडर्ना और और फाइजर की वैक्सीन शामिल है।

ये भी पढ़ें: इजरायल के प्रधानमंत्री ने उठाया ये बड़ा कदम, इन मुस्लिम देशों में मची हलचल

कितनी होगी वैक्सीन की कीमत ?

बता दें की वैक्सीन की कीमत कंपनी के मुताबिक, उच्च आय वर्ग वाले देशों में महामारी के दौरान इसकी कीमत 3 डॉलर प्रति वैक्सीन रहने की उम्मीद है। महामारी के बाद निम्न आय वर्ग वाले देशों में कीमत उतना ही रहने की उम्मीद है, लेकिन हो सकता है कि अमीर देशों में वैक्सीन निर्माता कुछ फायदा कमा सकते हैं।

कब तक मिलेगी वैक्सीन ??

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर वैक्सीन बना रही कंपनी 'एस्ट्राजेंका' ने दावा किया है कि जल्द ही आपातकाल (वॉरियर्स के लिए) में इसके इस्तेमाल की इजाजत मांगेंगे। जनवरी 2021 के शुरुआत तक उम्मीद है कि वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी। हालांकि सामूहिक स्तर पर टीकाकरण में अभी कुछ वक्त लग सकता है। भारत के लिए अच्छी खबर इसलिए है क्योंकि 'एस्ट्राजेंका' भारत की दो कंपनियां- सीरम इंस्टीट्यूट और ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया के साथ मिलकर काम कर रही है। हालांकि भारत एक बड़ा देश है, लेकिन सीरम भी दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी है, इसलिए भारत के लिए अच्छी खबर मानी जा रही है।

ये भी पढ़ें: नाक में मरेगा कोरोना: ब्रिटेन ने खोजी ये दवा, 48 घंटे में मर जायेगा

Tags:    

Similar News