Cyprus Earthquake: साइप्रस में आया जबर्दस्त भूकंप, लोगों में फैल गई दहशत
Cyprus Earthquake: उत्तरी साइप्रस से 137 किमी पश्चिम में उत्तरी निकोसिया में आज सुबह 06:37 बजे 6.4 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप से निकोसिया वासियों में दहशत फैल गई।
Cyprus Earthquake: उत्तरी साइप्रस (Northern Cyprus) से 137 किमी पश्चिम में उत्तरी निकोसिया (North Nicosia) में आज सुबह 06:37 बजे 6.4 तीव्रता का भूकंप (Bhukamp Ki Tivrata) आया। भूकंप से निकोसिया वासियों में दहशत फैल गई। भूकंप के तेज झटके (Bhukamp Ke Jhatake) महसूस कर लोग घरों से बाहर निकल आए। यह जानकारी भूकंप विज्ञान केंद्र (National Center for Seismology) ने दी है। फिलहाल किसी जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। इससे पहले 5 जनवरी को यहां 6.2 तीव्रता का भूकंप (Earthquake) आया था।
आपको बता दें कि साइप्रस उन स्थानों में से एक है जहां अक्सर भूकंप (Bhukamp) आते हैं लेकिन इसके साथ ही साइप्रस में भूकंप से जानमाल का कोई बड़ा नुकसान अमूमन नहीं होता यहां भूकंप का असर आमतौर पर इतना ही देखा गया है कि व्यक्ति सोते से उठ जाता है।
पांच जनवरी को तुर्की के अंताल्या में आया था भूकंप
इससे पहले पांच जनवरी को तुर्की (Turkey) के अंताल्या प्रांत (Antalya Province) के दक्षिण में भूमध्य सागर में 5.1 तीव्रता का भूकंप आया था। भूकंप का केंद्र ओकुरकलर से लगभग 70 किमी (43 मील) दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में था। भूकंप लगभग 54 किमी (34 मील) की गहराई पर हुआ, और झटकों को अंटाल्या, बर्दुर, दक्षिणपूर्वी डेनिज़ली, इस्पार्टा, दक्षिणी कोन्या, करमन, पश्चिमी मेरसिन और तुर्की में पूर्वी मुगला प्रांतों में महसूस किया गया था। इस भूकंप में अधिकांश प्रभावित क्षेत्र साइप्रस के थे।
भूकंप के परिणामस्वरूप क्षति या हताहत होने की कोई रिपोर्ट नहीं मिली थी। उस समय यह आशंका जतायी गई थी कि आने वाले दिनों में हल्के झटकों के आने की संभावना है। इस घटना के बाद सुनामी की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है।
नुकसान की जांच के लिए अधिकारी भूकंप क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को अस्थायी रूप से बंद कर सकते हैं। शटडाउन के दौरान छोटी-मोटी रुकावटें आ सकती हैं, लेकिन अगर कोई नुकसान नहीं होता है, तो परिवहन सेवा जल्द ही फिर से शुरू हो जाएगी।
हालांकि 2014 में साइप्रस में जब भूकंप आया था तो भूकंप का केंद्र 208 किमी और 64 किमी की गहराई पर स्थित था, लेकिन साइप्रस में भूकंप के बाद, लाची के बंदरगाह के समुद्र तटों पर बाढ़ आ गई थी।
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