सैन फ्रांसिस्कोः यहां की एक अदालत ने आईटी क्षेत्र के दिग्गज गुरबख्श चहल को 2014 के घरेलू हिंसा के एक मामले में अपने प्रोबेशन समय का उल्लंघन करने के लिए एक साल कैद की सजा सुनाई है। 'न्यूजवीक डॉट कॉम' की रिपोर्ट के मुताबिक, चहल पर 2014 में अपनी तत्कालीन प्रेमिका की कथित तौर पर 117 बार पिटाई करने के लिए घरेलू हिंसा का आरोप लगा था।
क्या है मामला?
उसी साल गुरबख्श पर एक अन्य महिला पर हमला करने का भी आरोप लगा था। चहल उस समय मारपीट और घरेलू हिंसा के दो मामलों में दोषी पाए जाने के कारण पहले से ही प्रोबेशन पर थे। 'सैन फ्रांसिस्को सुपीरियर कोर्ट' की जज ट्रेसी ब्राउन ने उन्हें सजा सुनाते हुए अपना पासपोर्ट लौटाने और अपनी विज्ञापन प्रौद्योगिकी कंपनी 'ग्रैविटी4' बहन को सौंपने का आदेश सुनाया। चहल सिर्फ 25 साल की उम्र में अपनी स्टार्ट-अप कंपनी 'ब्लू लिथियम' 30 करोड़ डॉलर में याहू को बेचने को लेकर चर्चा में आए थे।
कम उम्र में कमाए थे 4 करोड़ डॉलर
पंजाब में जन्मे चहल चार भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं। वह तीन साल की उम्र में अपने माता-पिता के साथ अमेरिका जा बसे थे। 16 साल की उम्र में उन्होंने अपनी डिजिटल विज्ञापन कंपनी 'क्लिक एजेंट्स' शुरू करने के लिए स्कूल की पढ़ाई छोड़ दी थी। उन्होंने 'क्लिक एजेंट्स' को चार करोड़ डॉलर में बेचा था। साल 2008 तक वह सिलिकन वैली में नामचीन हो चुके थे। 2009 में मनोरंजन कार्यक्रम 'एक्स्ट्रा टीवी' ने उन्हें 'मोस्ट एलिजिबल बैचलर' का खिताब दिया था।