ट्रम्प के खिलाफ गवाही देने वाले दो बड़े अफसर बर्खास्त

लेफ्टिनेंट कर्नल विंडमैन व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के साथ काम कर रहे थे। उनके जुड़वा भाई लेफ्टिनेंट कर्नल येवगेनी विंडमैन को भी व्हाइट हाउस में ड्यूटी से निकाल दिया गया। येवगेनी नेशनल सिक्यूरिटी कौंसिल में वकील हैं।

Update:2020-02-08 15:58 IST

नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने महाभियोग की कार्रवाई में अपने खिलाफ गवाही देने वाले दो अफसरों को व्हाइट हाउस से बाहर कर दिया है। इन अफसरों में यूरोपियन यूनियन में अमेरिकी राजदूत गॉर्डन सोंडलैंड और सेना के अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल अलेक्जेंडर विंडमैन शामिल हैं। इन दोनों ने हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स (निचले सदन) में ट्रम्प के खिलाफ गवाही दी थी। इनकी गवाही को ट्रम्प के खिलाफ फैसले में अहम माना जा रहा था।

गवाही देने वाले अधिकारी के नाम सोंडलैंड और विंडमैन

लेफ्टिनेंट कर्नल विंडमैन व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के साथ काम कर रहे थे। उनके जुड़वा भाई लेफ्टिनेंट कर्नल येवगेनी विंडमैन को भी व्हाइट हाउस में ड्यूटी से निकाल दिया गया। येवगेनी नेशनल सिक्यूरिटी कौंसिल में वकील हैं। ट्रम्प ने सीनेट में सुनवाई पूरी होने के बाद कहा था कि वे इन दोनों अफसरों (सोंडलैंड और विंडमैन) से खुश नहीं हैं।

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लेफ्टिनेंट कर्नल विंडमैन का जन्म सोवियत यूनियन में हुआ था। उन्होंने महाभियोग की कार्रवाई में कहा था कि उनको गवाही देने में कोई डर नहीं है क्योंकि वे अमेरिका में हैं किसी तानाशाह देश में नहीं हैं।

लेफ्टिनेंट कर्नल विंडमैन के वकील डेविड प्रेसमेन ने कहा है कि विंडमैन को सच बोलने की सजा डी गयी है. एक सच ने आर्मी अफसर से उनकी नौकरी, उनका करियर और उनकी निजता छीन ली है।

सोंडलैंड ने वकील की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि ‘मैं इस पद पर सेवा का मौका देने के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प और विदेश मंत्री माइक पोम्पियो का शुक्रिया अदा करता हूं। यहां मेरा काम मेरे करियर का मुख्य चरण रहा’।

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ट्रम्प पर आरोप

ट्रम्प पर आरोप था कि उन्होंने दो डेमोक्रेट्स और अपने प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन के खिलाफ जांच शुरू करने के लिए यूक्रेन पर दबाव डाला था। निजी और सियासी फायदे के लिए अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए इस साल के राष्ट्र पति चुनाव के लिए अपने पक्ष में यूक्रेन से विदेशी मदद मांगी थी। महाभियोग चला और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में उन्हें दोषी पाया गया। लेकिन, सीनेट ने उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया।

ट्रम्प हुए मजबूत

सीनेट के फैसले के बाद ट्रंप मजबूत हो कर निकले हैं. उन्होंने अपने चुनावी अभियान की रफ्तार बढ़ा दी है. उनकी रिपब्लिकन पार्टी अब पूरी तरह उनके साथ है. जो लोग विरोध में थे वे या तो मैदान छोड़ चुके हैं या अगले चुनावों में नहीं लड़ने का फैसला कर चुके हैं.

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