20th ASEAN Summit : ’21वीं सदी एशियाई देशों की’ आसियान शिखर सम्मेलन में बोले प्रधानमंत्री मोदी
20th ASEAN Summit: आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने गए पीएम मोदी का इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में भव्य स्वागत हुआ। इस यात्रा को उन्होंने काफी अहम और यादगार बताया।
20th ASEAN Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi in Jakarta) के इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में आयोजित आसियान भारत शिखर सम्मेलन (ASEAN Summit 2023) के दौरान हुई बातचीत को बेहद अहम माना जा रहा है। उन्होंने कहा, 'इंडोनेशिया की यात्रा बहुत छोटी मगर काफी उपयोगी रही। यहां मैंने आसियान समेत अन्य देशों के नेताओं से मुलाकात की। मैं राष्ट्रपति जोकोवी के अलावा इंडोनेशियाई सरकार तथा यहां के लोगों के स्वागत के लिए विशेष धन्यवाद देता हूं।'
गौरतलब है, पीएम मोदी ने गुरुवार (7 सितंबर) को आसियान शिखर सम्मेलन 2023 को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने आतंकवाद (Terrorism) जैसी समसामयिक चुनौतियों से निपटने तथा रणनीतिक साझेदारी (Strategic Partnership) को गहरा करने के साथ-साथ डिजिटल चेंज, व्यापार और आर्थिक जुड़ाव जैसे क्षेत्रों में भारत-आसियान सहयोग को मजबूत करने के लिए 12 सूत्री प्रस्ताव पेश किए।
समुद्री सहयोग और खाद्य सुरक्षा मुख्य मुद्दा
प्रधानमंत्री मोदी जकार्ता में 20 वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन (ASEAN-India Summit 2023) में शामिल हुए। आसियान अर्थात 'दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों का संघ' के महासचिव डॉ. काओ किम होर्न (Dr. Cao Kim Horn) ने भी शिखर सम्मेलन में मौजूद रहे। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि, शिखर सम्मेलन में दो संयुक्त बयान पहला, समुद्री सहयोग पर तो दूसरा 'खाद्य सुरक्षा' (Food Security) पर भी अपनाया गया।
PM मोदी- आसियान-भारत रणनीतिक साझेदारी हो और मजबूत
आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने व्यापक रणनीतिक साझेदारी को पहले से और मजबूत करने तथा इसके भविष्य के मसौदे को तैयार करने के लिए आसियान भागीदारों (ASEAN partners) के साथ व्यापक चर्चा की। साथ ही, पीएम मोदी ने भारत=प्रशांत क्षेत्र (Indo-Pacific region) में आसियान की केंद्रीयता की पुष्टि की। भारत के इंडो-पैसिफिक महासागर पहल और इंडो-पैसिफिक पर आसियान के आउटलुक के बीच तालमेल पर भी प्रकाश डाला।
PM मोदी- 21वीं सदी एशियाई देशों की
प्रधानमंत्री मोदी ने आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में कहा कि, 'हमारी दोस्ती अब चौथे दशक में प्रवेश कर रही है। ऐसे में आसियान देशों के साथ भारत की ये बैठक हमारे लिए काफी प्रसन्न करने वाला विषय है। उन्होंने कहा, 21वीं सदी एशियाई देशों की है। आने वाले समय में हमारी दोस्ती से इस क्षेत्र के कई विकास निश्चित है।'
'हमारा इतिहास एक-दूसरे से जुड़ा है'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, 'हमारा इतिहास और भूगोल एक-दूसरे से जोड़ता है। क्षेत्रीय एकता और आपसी विश्वास हम सभी को एकजुट करता है। उन्होंने कहा, हम हर क्षेत्र में विकास कर रहे हैं। हमारे वैश्विक विकास में आसियान देशों की खास भूमिका है। आसियान-भारत शिखर सम्मेलन (PM Modi 20th ASEAN Summit) के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने 18वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (18th East Asia Summit) में हिस्सा लिया। भारतीय प्रधानमंत्री ने यहां भी कहा कि, आसियान भारत की ईस्ट पॉलिसी (India's East Policy) की धुरी है। हमारा नारा है- 'वसुधैव कुटुंबकम' अर्थात वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर (One Earth, One Family, One Future)। भारत में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन की भावना की थीम भी यही है।'
PM मोदी का काफी व्यस्त शेड्यूल
इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में इन दोनों सम्मेलनों में हिस्सा लेने के बाद पीएम मोदी को 7 सितंबर को ही दिल्ली वापस आना है। दिल्ली में G20 सम्मेलन (G20 Summit) को लेकर गहमागहमी तेज है। क्योंकि, दिल्ली में 9 और 10 सितंबर, 2023 को G20 सम्मेलन आयोजित किया गया है। इस समिट में दुनिया के कई अहम देशों के राष्ट्राध्यक्ष आने वाले हैं। 8 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी तीन देशों के राष्ट्राध्यक्षों से द्विपक्षीय बातचीत करने वाले हैं। इसी में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) भी हैं।