डेल्टा वेरियंट से बचाएगा इजरायल का ये फेस मास्क
तेल अवीव, एक ऐसा फेस मास्क बाजार में है जो कोरोना वायरस के डेल्टा वेरियंट से आपको प्रोटेक्शन दे सकता है। इस मास्क में ऐसा खास कपड़ा इस्तेमाल किया गया है जो वायरस, बैक्टेरिया और फंगस को मार देता है।
तेल अवीव। एक ऐसा फेस मास्क बाजार में है जो कोरोना वायरस के डेल्टा वेरियंट से आपको प्रोटेक्शन दे सकता है। इस मास्क में ऐसा खास कपड़ा इस्तेमाल किया गया है जो वायरस, बैक्टेरिया और फंगस को मार देता है।
दरअसल, इजरायल की मास्क निर्माता कंपनी सोनोविया ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें बताया गया है कि उसका 'सोनो मास्क' कोरोना के डेल्टा समेत अन्य वेरियंट्स से पूरी सुरक्षा प्रदान करता है। सोनो मास्क की टेस्टिंग इटली की टॉप टेस्टिंग लैब, 'विस मेडेरी' में कई गई थी और ये पता लगाया गया कि मास्क के फैब्रिक पर लगी केमिकल की परत से वायरस खत्म होते हैं कि नहीं।
मास्क पर जिंक ऑक्साइड के नैनो पार्टिकल्स की परत है जो वायरस, बैक्टेरिया और फंगस को मार देती है। तेल अवीव यूनिवर्सिटी में क्लीनिकल माइक्रोबायोलॉजी लैब के निदेशक प्रोफेसर अमोस एडलर के अनुसार कोरोना के दो नए वेरियंट्स के खिलाफ मास्क का परीक्षण किए जाने पर मजबूत एन्टीवायरल एक्टिविटी देखी गई है।
प्रोसेसरएडलर ने कहा कि भले ही नए वेरियंट में वायरस का स्पाइक प्रोटीन और इम्युनोलॉजिकल स्वरूप बदल जाता है लेकिन हर हाल में वायरस का पूरा ढांचा और उसकी बायोफिजिकल विशेषतायें एक समान रहती हैं। इसी वजह से सोनोविया का मास्क डेल्टा समेत सभी वेरियंट्स के खिलाफ प्रोटेक्शन दे सकता है।
सोनोविया कम्पनी ने कपड़े में जिंक ऑक्साइड के नैनो कणों को समाहित करने की एक अल्ट्रासोनिक तकनीक डेवलप की है। कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत तक सोनोविया ने एक भी प्रोडक्ट नहीं बनाया था लेकिन महामारी फैलने पर कम्पनी ने इस विशेष कपड़े वाले मास्क बनाने का काम बहुत तेजी से शुरू किया और दसियों हजार मास्क इजरायल के अस्पतालों और चिकित्साकर्मियों को दान में दे दिए। उसके बाद से कम्पनी ने 100 से ज्यादा देशों में लाखों मास्क बेच डाले हैं। सोनोविया की टेक्नोलॉजी इजरायल की बार इलन यूनिवर्सिटी में डेवलप किये गये सोनो केमिकल प्रोसेस पर आधारित है।