Lakhbir Singh Rode: कौन था खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर सिंह रोडे, पढ़िये पूरी आतंक की हिस्ट्री

Lakhbir Singh Rode: पाकिस्तान में ही 4 दिसम्बर को लखबीर सिंह की अंत्येष्टि कर दी गई। लखबीर सिंह के भाई और पूर्व अकाल तख्त जत्थेदार जसबीर सिंह रोडे ने उसकी मौत की खबर की पुष्टि की है।;

Written By :  Neel Mani Lal
Update:2023-12-05 10:59 IST

Lakhbir Singh Rode: एक बड़े खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर सिंह रोडे की दिल का दौरा पड़ने से पाकिस्तान में मौत हो गई है। लखबीर सिंह खालिस्तान लिबरेशन फोर्स और सिख यूथ फेडरेशन जैसे प्रतिबंधित संगठनों का मुखिया था। वह भारत से भाग कर दुबई चला गया था फिर वहां से पाकिस्तान जा कर वहीं रहने लगा था।

पाकिस्तान में ही 4 दिसम्बर को लखबीर सिंह की अंत्येष्टि कर दी गई। लखबीर सिंह के भाई और पूर्व अकाल तख्त जत्थेदार जसबीर सिंह रोडे ने उसकी मौत की खबर की पुष्टि की है।

कौन था रोडे?

72 वर्षीय लखबीर सिंह रोडे यूएपीए के तहत 'व्यक्तिगत आतंकवादी' के रूप में सूचीबद्ध किया गया था और वह पाकिस्तान भाग गया था। वह इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आईएसवाईएफ) का स्वयंभू प्रमुख और खालिस्तानी आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले का भतीजे था।

- लखबीर सिंह रोडे प्रतिबंधित संगठन खालिस्तान लिबरेशन फोर्स का भी प्रमुख था। वह भारत-नेपाल सीमा के पास खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स सेल का भी प्राथमिक आयोजक था।

- आतंकवादी तलविंदर सिंह परमार ने पंजाब पुलिस के सामने कबूलनामे में कहा था कि 23 जून 1985 को एयर इंडिया के कनिष्क विमान में बम विस्फोट का मास्टरमाइंड लखबीर सिंह था। हालाँकि, यह दावा अभी तक सिद्ध नहीं हुआ है।

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- लखबीर सिंह ने भारत के खिलाफ पाकिस्तान स्थित आईएसआई के साथ मिलकर काम किया। वह हाल के वर्षों में पंजाब पुलिस द्वारा भंडाफोड़ किए गए टिफिन बम मॉड्यूल के पीछे था। लखबीर सिंह 2021 के लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट का भी मुख्य साजिशकर्ता था। 2020 में शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह की हत्या की योजना लखबीर सिंह ने ही बनाई थी।

- अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार, लखबीर सिंह का सिख यूथ फेडरेशन एक सक्रिय आतंकवादी समूह संगठन था, जिसका लश्कर-ए-तैयबा सहित इस्लामी आतंकवादी समूहों से संबंध था।

- सिख यूथ फेडरेशन को भारत में 22 मार्च 2002 को आतंकवादी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (पोटा) के तहत प्रतिबंधित कर दिया गया था। यूके ने भी 2001 में इस आतंकवादी ग्रुप पर प्रतिबंध लगा दिया। यूके में प्रतिबंध के बाद, ग्रुप ने अपना नाम बदलकर सिख फेडरेशन-यूके (एसएफयूके) कर लिया। सिख यूथ फेडरेशन की स्थापना 1984 में हुई थी और यह कनाडा और यूके में काफी सक्रिय है।

कनाडा में है बेटा

लखबीर सिंह का बेटा भग्गू बराड़ फिलहाल कनाडा में रह रहा है और उस पर पंजाब में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने का आरोप है। वह अपने पिता को हथियार और धन मुहैया कराने के लिए नियमित रूप से पाकिस्तान जाता था। उस पर कनाडा में भारत विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया गया है।


जब्त की गई थी संपत्ति

हाल ही में, मोहाली में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की विशेष अदालत ने पंजाब के मोगा जिले में लखबीर सिंह की जमीन को जब्त करने का आदेश दिया था। अदालत ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की धारा 33(5) के तहत भूमि को जब्त करने का आदेश दिया, जिसके तहत एक न्यायाधीश गंभीर अपराधों में शामिल घोषित अपराधी की चल और अचल संपत्ति को जब्त कर सकता है।

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