मंगल पर उड़ा हेलिकॉप्टरः नासा ने रचा ये नया इतिहास
NASA ने एक नया इतिहास रच दिया। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने दोपहर को चार बजे इंजीन्यूटी हेलिकॉप्टर किसी दूसरे ग्रह पर पहली बार उड़ाया गया
नई दिल्लीः नासा( NASA) ने एक नया इतिहास रच दिया। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने दोपहर को चार बजे इंजीन्यूटी हेलिकॉप्टर किसी दूसरे ग्रह पर पहली बार उड़ाया गया। इंजीन्यूटी हेलिकॉप्टर (Ingenuity Mars Helicopter) ग्यारह अप्रैल पहली उड़ान तय करने का फैसला किया।
बता दें कि इंजीन्यूटी हेलिकॉप्टर की उड़ान में देरी होने के कारण इसे 14 अप्रैल 2021 का दिन तय किया गया। लेकिन नासा ने कहा कि हेलिकॉप्टर की टेस्ट उड़ान के दौरान टाइमर सही से काम नहीं कर रहा था। इसलिए उड़ान को टाल दिया गया। यह अद्भुत तस्वीर इंजीन्यूटी हेलिकॉप्टर के ऑनबोर्ड कैमरे से ली गई है।
दरअसल नासा ने बताया कि टाइमर की गलती की वजह से प्री-फ्लाइट मोड से फ्लाइट मोड में आने के कारण थो़ड़ी गड़बड़ हो गई थी। इंजीन्यूटी हेलिकॉप्टर (Ingenuity Mars Helicopter) से इस समय पूरी तरह से सुरक्षित है और धरती से संपर्क में है। इतना ही नहीं इसमे लगा वॉचडॉन टाइमर धरती से सही संपर्क नहीं कर पा रह था। इसके वजह से फ्लाइट सीक्वेंस कमांड धीमी गई थी। इसलिए इस 19 अप्रैल को उड़ने का तारीख तय की गई थी। आप साफ देख सकते हैं इन तस्वीरों में मंगल लाला घेरे की सतह से करीब तीन मीटर की ऊपर उड़ते दिखाई दे रहा है।
ये है इंजीन्यूटी हेलिकॉप्टर की खासियत
आपको बता दें कि इंजीन्यूटी हेलिकॉप्टर (Ingenuity Mars Helicopter) के अंदर सौर ऊर्जा से चार्ज होने वाली बैटरी लगी है। इसके पंखों के ऊपर सोलर पैनल लगा है। यह बैटरी को गर्म करने की ताकर रखती है। इसके साथ ही इस अनोखे हेलिकॉप्टर के अंदर गर्मी बनी रहे ताकि मंगल ग्रह पर बदलते हुए तापमान को बर्दाश्त कर सके। बता दें कि इन दिनों मंगल ग्रह पर 7.22 डिग्री सेल्सियस तापमान है। जो रात में घटकर माइनस 90 डिग्री सेल्सियस तक जाता है।
नासा ने खर्च किए इतने रुपए
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA ने इस हेलिकॉप्टर को बनाने के लिए 85 मिलियन डॉलर्स यानी 623 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए हैं। इसके पंखे हर मिनट 2537 राउंड लगाते हैं। यह स्थितियों के अनुसार रहती है। ये उड़ाने अगले 31 दिनों तक होंगी। ये दिन मंगल ग्रह के मुताबिक है।