Pakistan: पाकिस्तान ने फिर भारत के खिलाफ उगला जहर, बिलावल भुट्टो ने कश्मीर में जनमत संग्रह की मांग दोहराई
Pakistan News: भारत पर दबाव बनाने के लिए पाकिस्तान में गुरुवार को कश्मीरी आत्मनिर्णय अधिकार दिवस भी मनाया गया।
Pakistan: भारत की ओर से कड़ी नसीहत दिए जाने के बावजूद पाकिस्तान भारत के खिलाफ जहर उगलने से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगलते हुए कश्मीर में जनमत संग्रह की मांग दोहराई है। उन्होंने कहा कि कश्मीर के लोगों को आत्मनिर्णय के अधिकार से वंचित नहीं किया जाना चाहिए। भारत पर दबाव बनाने के लिए पाकिस्तान में गुरुवार को कश्मीरी आत्मनिर्णय अधिकार दिवस भी मनाया गया।
बिलावल भुट्टो हाल के दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के खिलाफ जहर उगलते रहे हैं। उन्होंने हाल में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी जिसके खिलाफ भारत की ओर से तीखी प्रतिक्रिया जताई गई थी। पाकिस्तान की ओर से कश्मीर घाटी में आतंकियों को लगातार मदद दी जा रही है। विदेश मंत्री एस जयशंकर इस मुद्दे पर पाकिस्तान को बेनकाब करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। इसके बावजूद पाकिस्तान का रवैया नहीं बदला है।
न्याय में देरी का मतलब न्याय से इनकार
पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कश्मीर को लेकर किए गए अपने ट्वीट में कहा कि संयुक्त राष्ट्र आयोग ने 5 जनवरी 1949 को जम्मू-कश्मीर में जनमत संग्रह कराने का संकल्प लिया था। कश्मीर के लोग तभी से आज तक जनमत संग्रह का इंतजार कर रहे हैं और इसके लिए बेधड़क कुर्बानियां दे रहे हैं। बिलावल भुट्टो ने मांग की कि कश्मीर के लोगों को आत्मनिर्णय का अधिकार दिया जाना चाहिए। उनसे यह अधिकार छीना नहीं जा सकता। न्याय में देरी का मतलब न्याय से इनकार है।
कश्मीरी आत्मनिर्णय अधिकार दिवस
पाकिस्तान की ओर से गुरुवार को कश्मीरी आत्मनिर्णय अधिकार दिवस मनाया गया। इस मौके पर पाकिस्तानी विदेश विभाग की ओर से भी कश्मीर पर दावेदारी जताते हुए भारत विरोधी बयान जारी किया गया। कई देशों में स्थित पाकिस्तानी दूतावास ने भी इस मौके पर बयान जारी करते हुए भारत के खिलाफ जहर उगला। इस मामले में उल्लेखनीय बात यह रही कि किसी भी पाकिस्तानी नेता या विदेश विभाग की ओर से पाक अधिकृत कश्मीर का बयान में कोई जिक्र नहीं किया गया।
आर्टिकल 370 खत्म किए जाने का भी जिक्र
इस मौके पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी किए गए बयान में 5 अगस्त 2019 को कश्मीर में आर्टिकल 370 को खत्म किए जाने का उल्लेख करते हुए भारत पर हमला किया गया है। विदेश मंत्रालय ने इसे कश्मीर के लोगों के साथ धोखा और छल बताया।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत आत्मनिर्णय का अधिकार अहम सिद्धांत है। संयुक्त राष्ट्र महासभा की ओर से भी इसकी पुष्टि की जा चुकी है मगर भारत ने कश्मीर के लोगों को अभी तक यह अधिकार नहीं दिया है। अभी भारत की ओर से पाकिस्तान की इस टिप्पणी को लेकर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं जताई गई है।