Pakistan Mosque Blast: पाकिस्तान धमाके में 93 मौत, 221 घायल, पहले भी इन खौफनाक हमलों से दहल चुका है पाक

Pakistan Mosque Blast: मस्जिद में जिस वक्त बम फटा उस दौरान वहां 300-400 लोग मौजूद थे, इसलिए मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2023-01-31 13:00 IST

Pakistan Mosque Blast (photo: social media )

Pakistan Mosque Blast: पाकिस्तान की खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की राजधानी पेशावर की धरती एकबार फिर आतंकी हमले में जान गंवाने वाले निर्दोष लोगों के खून से लाल हो उठी। सोमवार को शहर के पॉश इलाके में स्थित एक मस्जिद में हुए आत्मघाती धमाके में मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मृतकों की तादाद बढ़कर 93 हो चुकी है और इस संख्या के और बढ़ने के आसार हैं। मस्जिद में जिस वक्त बम फटा उस दौरान वहां 300-400 लोग मौजूद थे, इसलिए मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है।

धमाका इतना जोरदार था कि मस्जिद की इमारत के परखच्चे उड़ गए। इमारत का छत गिरने से कई लोग इसके चपेट में आ गए। इस घटना में 221 से अधिक लोग जख्मी हुए हैं। इस आत्मघाती हमले ने पेशावर में पूर्व में हुए आतंकी हमलों की याद ताजा कर दी है। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत को चरमपंथी संगठन तहरीक-ए-तालिबान – पाकिस्तान का गढ़ माना जाता है। इसलिए हमले के पीछे इसी संगठन को जिम्मेदार माना जा रहा है।

पेशावर में हुए आतंकी हमले

पाकिस्तान का पेशावर शहर देश के बड़े शहरों में गिना जाता है। हालांकि, मुल्क में आतंकवाद की जड़ें गहरी होने का सबसे अधिक खामियाजा इसी शहर ने भुगता है। पिछले कुछ सालों में इसने कई बर्बर आतंकी हमले देखे हैं। पिछले साल यानी मार्च 2022 में भी पेशावर के किस्सा ख्वानी बाजार इलाके में स्थित एक शिया मस्जिद में जुमे की नमाज के मौके पर आत्मघाती धमाका किया गया था। 4 मार्च 2022 को हुई इस घटना में 56 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि करीब 200 लोग जख्मी हुए थे।

इससे पहले 2014 में पेशावर के एक आर्मी स्कूल पर आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में 150 लोग मारे गए थे, जिनमें 130 के करीब तो बच्चे ही थे। आतंकवादी सिक्योरिटी फोर्स की वर्दी में स्कूल में दाखिल हुए थे और अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरू कर दी। इस हमले ने न केवल पाकिस्तान बल्कि पूरी दुनिया को हिला दिया था। पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 6 आतंकियों को मार गिराया था। इस वीभत्स आतंकी हमले की जिम्मेदारी टीटीपी ने ली थी।

आतंकी हमलों का शिकार पाकिस्तान

आतंकवाद को गुड और बैड की श्रेणी में बांटने वाला पाकिस्तान पिछले 22 सालों में अपने मुल्क के हजारों लोगों को आतंक की भेंट चढ़ा चुका है। साउथ एशिया टेररिज्म पोर्टल के अनुसार, पाकिस्तान में पिछले 22 साल में 15997 आतंकी हमले हुए। इन हमलों में 28,918 लोगों की जान गई। इसमें असैन्य और सैन्य दोनों तरह के लोग शामिल हैं। 2022 में ही पाकिस्तान में 365 आतंकी हमले हो चुके हैं। इनमें 379 जवानों और 229 नागरिकों की जान जा चुकी है।

अफगानिस्तान में तालिबानी हुकूमत आने के बाद पाकिस्तान में सक्रिय सबसे बड़ा चरमपंथी संगठन तहरीक-ए-तालिबान – पाकिस्तान यानी टीटीपी काफी ताकतवर हो चुका है। उसने खुलेआम पाक सरकार के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है। टीटीपी के मसले को लेकर पाकिस्तान की काबुल की तालिबान हुकूमत से भी रिश्ते खराब चल रहे हैं।

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