पाकिस्तान के पीएम इमरान ने रखी करतारपुर कारिडोर की नींव, सिद्धू भी रहे मौजूद
इस्लामाबाद: पाकिस्तान में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारत के गुरदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक से जोड़ने वाले बहुप्रतीक्षित गलियारे करतारपुर कारिडोर की नींव बुद्धवार यानी आज प्रधानमंत्री इमरान खान ने रखा।
समारोह में भारत की तरफ से ये होंगे शामिल
इस आधारशिला समारोह में भारत की तरफ से पंजाब के नगर विकास मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के अलावा भारतीय प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल और शहरी आवास मंत्री हरदीप सिंह पुरी शामिल हुए। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने वाघा सीमा से पाकिस्तान में प्रवेश किया जहां उनकी अगवानी पंजाब रेंजर के अधिकारियों ने की। इस कारिडोर से भारतीय सिख श्रद्धालुओं को वीजा मुक्त आवाजाही की सुविधा मिल सकेगी।
सिद्धू ने कहा कि हिंदुस्तान जीवे, पाकिस्तान जीवे
पाकिस्तान में करतारपुर साहिब कॉरिडोर के शिलान्यास के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि हिंदुस्तान जीवे, पाकिस्तान जीवे। उन्होंने कहा कि मुझे कोई डर नहीं, मेरा यार इमरान जीवे। सिद्धू ने कहा कि सभी को अपनी सोच बदलनी पड़ेगी, तभी शांति कायम होगी। उन्होंने कहा कि अब खून-खराबा बंद होना चाहिए, दोस्ती का पैगाम आगे बढ़ना चाहिए। अब तक बहुत नुकसान हो गया है।
सिद्धू ने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर दोनों देशों के लोगों के बीच में संपर्क बढ़ाएगा, जो संपर्क टूटा हुआ था वो अब दोबारा जुड़ रहा है। जब भी करतारपुर कॉरिडोर का इतिहास लिखा जाएगा तो इमरान खान का नाम पहले पन्ने पर लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि बंटवारे के दौरान दो पंजाब टूट गए थे, आज इमरान जैसी कोई चाबी आनी चाहिए कि इन्हें जोड़ना चाहिए।
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भारत में उपराष्ट्रपति ने रखी थी आधारशिला
इससे पहले 26 नवंबर को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भारत में करतारपुर कारिडोर की आधारशिला रखी थी। इस मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और नितिन गडकरी भी मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में नवजोत सिंह सिद्धू शामिल नहीं थे।
पाकिस्तान में करतारपुर साहिब, रावी नदी के पार डेरा बाबा नानक से करीब चार किलोमीटर दूर है। सिख गुरु ने 1522 में इसे स्थापित किया था। पहला गुरुद्वारा, गुरुद्वारा करतारपुर साहिब यहां बनाया गया था जहां माना जाता है कि गुरु नानक देव जी ने अंतिम दिन बिताए थे।
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कारिडोर के छह महीने में पूरा होने की उम्मीद पाकिस्तानी विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने मंगलवार को कहा कि करतारपुर गलियारे के छह महीने में पूरा होने की उम्मीद है। यह कदम अगले साल गुरु नानक जी की 550वीं जयंती से पहले उठाया गया है। भारत ने भी कहा है कि वह गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक से अंतरराष्ट्रीय सीमा तक एक गलियारा विकसित करेगा जिससे गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर जाने वाले सिख श्रद्धालुओं को सुविधा मिल सके।
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होटल खोलने के लिए सिखों को जमीन देगा पाकिस्तान
इसके साथ ही पाकिस्तान सरकार करतारपुर, ननकाना साहिब और नरोवाल में होटल खोलने के लिए सिख संगठनों को भूमि प्रदान करेगी और करतारपुर में एक अत्याधुनिक रेलवे स्टेशन भी बनाएगी। पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख रशीद अहमद ने कि पाकिस्तान रेलवे (पीआर) ने करतारपुर और ननकाना साहिब में 10 एकड़ भूमि और सिख तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए पांच सितारा होटलों के निर्माण के लिए नारोवाल में पांच एकड़ भूमि की पेशकश की है। उन्होंने कहा कि ट्रेनें ननकाना साहिब से करतारपुर तक चलेंगी और होटलों का निर्माण सभी सिख तीर्थस्थलों के पास किया जाएगा।