इस्लामाबाद : पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ रियाद में पहली बार होने जा रहे अरब-इस्लामिक-अमेरिकी शिखर सम्मेलन में शरीक होने के लिए रविवार को सऊदी अरब के तीन दिवसीय दौरे पर रवाना हो गए। सऊदी शाह सलमान बिन अब्दुलअजीज ने शरीफ को सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया है। सऊदी अरब के सूचना मंत्री अव्वाद बिन सालेह अल अव्वाद ने शरीफ को निमंत्रण दिया, जो पिछले सप्ताह इस्लामाबाद के दौरे पर गए थे।
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साथ उनके विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज और उनकी पत्नी बेगम कुलसूम नवाज भी हैं। शाह सलमान और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अलावा मुस्लिम जगत के 55 देशों के प्रमुखों को सम्मेलन के लिए न्योता दिया गया है।
अरब नाटो सम्मेलन का आयोजन हिंसक चरमपंथ के बढ़ते खतरे के खिलाफ सुरक्षा साझेदारी विकसित करने के उपायों पर चर्चा के लिए किया जा रहा है। सम्मेलन में नेता आतंकवाद को किसी भी खास संस्कृति, सभ्यता या धर्म से जोड़े जाने की प्रवृत्ति को खत्म करने का प्रयास करेंगे।
प्रधानमंत्री अन्य वैश्विक नेताओं के साथ चरमपंथ के खिलाफ वैश्विक केंद्र के उद्घाटन समारोह में भी हिस्सा लेंगे। यह केंद्र चरमपंथ के खिलाफ सऊदी अरब की महत्वपूर्ण पहल का हिस्सा है।
शरीफ ने अधिकांश क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर दोनों देशों के विचारों में समानता और साझा हितों और लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आपसी समन्वय पर जोर देते हुए सऊदी अरब के साथ पाकिस्तान की साझेदारी की पुष्टि की है। सम्मेलन से इतर शरीफ की ट्रंप से द्विपक्षीय मुलाकात की संभावना नहीं है।