सावधान सभी देश: कोरोना के बाद अब दुनिया में Rhinovirus का प्रकोप शुरू, जानें इसके लक्षण

Rhinovirus Infection Cases: स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि विश्व में Rhinovirus की नई बीमारी फैलनी शुरू हो गई है।

Published By :  Praveen Singh
Update:2022-04-06 20:14 IST

Rhinovirus Infection Cases (Photo - Social Media)

Rhinovirus Cases: साल 2020 में कोरोनावायरस के धमाकेदार दस्तक ने पूरी दुनिया को कैद कर लिया था। अमीर-गरीब और विकसित-विकासशील देश कोई भी इसके प्रकोप से बच नहीं पाया था। दो साल में दुनिया इस महमारी के कई लहरों को देख चुकी है। स्थिति सामान्य होने की दिशा में बढ़ ही रही थी कि इस बीच एक और महामारी ने दस्तक दे दी है। इस बीमारी के लक्षण भी कोरोना से मिलते – जुलते हैं। इसलिए शुरू में ये पता लगाना कठिन साबित हो रहा है कि आखिरी बीमारी क्या है।

Rhinovirus महामारी का प्रकोप शुरू

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि विश्व में Rhinovirus की नई बीमारी फैलनी शुरू हो गई है। इसके लक्षण भी कोरोना से मिलते – जुलते हैं। कोरोनावायरस के तीन सामान्य लक्षण बताए गए हैं। इनमें खांसी होना, बुखार आना और स्वाद और सुगंध का चला जाना शामिल है। ऐसे में यदि ये लक्षण दिखते हुए भी आप का कोरोना जांच निगेटव आता है तो भी आप डेंजर में हो सकते हैं। आप Rhinovirus बीमारी से पीड़ित हो सकते हैं। कोरोना की तरह ये भी एक संक्रामक बीमारी है, जो दूसरों को तेजी से संक्रमित करती है।

ब्रिटेन हुआ चौंकन्ना

कोरोना वायरस महामारी का भीषण दंश झेलने वाला ब्रिटेन अब ऐसी किसी भी बीमारी को हल्के में लेने की गलती नहीं कर रहा है। हेल्थ एक्सपर्ट की चेतावनी के बाद ब्रिटिश हेल्थ डिपार्टमेंट ने कोरोनावायरस और राइनोवायरस के बीच का अंतर बताने के लिए गाइडलाइंस जारी किए हैं। जिससे लोगों को इस बारे में जागरूक कर इस संक्रामक बीमारी को फैलने से रोका जा सके।

लक्षण दिखने पर आईसोलेट हों

कोरोनावायरस महामारी की तर्ज पर राइनोवायरस से भी संक्रमित व्यक्ति को वहीं सारे नियम कायदे का पालन करना होता है। राइनोवायरस का लक्षण दिखने के बाद ऐसे लोगों को खुद को आईसोलेट कर लेना चाहिए। ब्रिटिश हेल्थ डिपार्टमेंट द्वारा जारी गाइडलाइंस के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति कोरोना जांच में निगेटिव आता है फिर भी उसे सिर में दर्द, गले में समस्या औऱ नाक बहने की दिक्कत हो तो ये राइनोवायरस के लक्षण हो सकते हैं। ऐसे लोगों को घर में खुद को आईसोलेट कर लेना चाहिए।

घर में आईसोलेट होने के साथ ही पीड़ित को खाने – पीने का बर्तन, कपड़े और शौचालय समेत अन्य दैनिक जरूरत की चीजों को अलग कर लेना चाहिए। ताकि परिवार के अन्य सदस्य इसकी चपेट में न आ सकें। 

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