क्यों बिगड़े भारत में कोरोना के हालात, पढ़िए WHO के चीफ का बयान
डब्ल्यूएचओ के प्रमुख ने कहा है कि कोरोना के मामले में भारत की स्थिति चिंताजनक और घातक हैऔर यह दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है।
नई दिल्ली : भारत में कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है,इसको लेकर डब्ल्यूएचओ (WHO) के प्रमुख ट्रेडोस अदनोम घेब्रयियस ने कहा है कि कोरोना के मामले में भारत की स्थिति चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में जितने मामले आ रहे हैं ,उसमें आधे से अधिक भारत के है। कोरोना का दूसरा साल पहले साल से भी घातक और विकराल है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अपनी एक हालिया रिपोर्ट में भारत में कोरोना वायरस महामारी की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। संगठन ने कहा है कि अभी दुनियाभर में सामने आए रहे 50 प्रतिशत मामले और 30 प्रतिशत मौतें भारत में हैं।यही नहीं, दक्षिण-पूर्व एशिया में तो भारत की हिस्सेदारी 90 प्रतिशत से अधिक है। इस इलाके के 95 प्रतिशत मामले और 93 प्रतिशत मौतें अकेले भारत में सामने आ रहे हैं।
पहुंचाई जा रही मदद
उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों में विश्व के अधिकांश देश और डब्ल्यूएचओ भारत की मदद कर रहा है। यहां मास्क, उपकरण, ऑक्सीजन सिलेंडर समेत तमाम चिकित्सा संबंधी चीजें भेजी जा रही है, लेकिन फिर हालात बिगड़ते जा रहे हैं। यहां के कई राज्यों में दिन ब –दिन मौत के मामले बढ़ते जा रहा है।
बता दें कि पिछले सप्ताह पूरी दुनिया में सबसे अधिक कोरोना के नए केस 27,38,957 भारत से आए थे। इस सप्ताह भी आंकड़ा अन्य देशों से 5 प्रतिशत अधिक रहा है।
इस वजह से बढ़ रहा संक्रमण
डब्ल्यूएचओ (WHO) के प्रमुख ने कहा है कि भारत में कोरोना के बढ़ते मामलों के पीछे जागरुकता की कमी, राजनीति सभाएँ, चुनाव और कोरोना बचने के नियमों का कम पालन करना है। अगर अब भी ध्यान और सख्ती से पालन नहीं हुआ तो यहां इसी तरह लोग संक्रमित होते रहेंगे और कोरोना से जान गंवाते रहेंगे। भारत की बड़ी आबादी और कोरोना के बढ़ते केस पूरी दुनिया को संक्रमित कर सकते है।