World Tourism Day: पर्यटन से बढ़ती देश की खूबसूरती, इसके एक नहीं अनेकों फायदें

World Tourism Day : भारत ने आधुनिक तकनीक से बने नए पर्यटक स्थलों के साथ-साथ अपनी पुरानी सांस्कृतिक,पुरातात्विक धरोहरों को भी बड़ा सजा संवार कर रखा है।

Written By :  AKshita Pidiha
Published By :  Vidushi Mishra
Update:2021-09-27 16:44 IST

विश्व पर्यटन दिवस (फोटो- सोशल मीडिया)

World Tourism Day : 27 सितबंर को हर साल विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है। इस साल पर्यटन दिवस की थीम समावेश का विकास (Tourism Day is Development of Inclusiveness) है। इसके इतिहास की बात करें तो इंटरनेशनल यूनियन ऑफ ऑफिशियल ट्रैवल ऑर्गनाइजेशन (आईयूओटीओ) द्वारा 27 सितंबर, 1970 को मैक्सिको सिटी में एक विशेष सभा आयोजित की गई और विश्व पर्यटन संगठन की मूर्तियों को अपनाया गया। फिर, UNWTO ने सितंबर 1979 के अंत में विश्व पर्यटन दिवस की स्थापना करने का निर्णय लिया। पहली बार यह 27 सितंबर, 1980 को मनाया गया था।

पर्यटन दिवस को 27 सितम्बर को मनाने का कारण ये है कि यूएनडब्ल्यूटीओ के अनुसार, यह तिथि विश्व पर्यटन दिवस के लिए उपयुक्त है क्योंकि यह उत्तरी गोलार्ध में उच्च पर्यटन सीजन के अंत में और दक्षिणी गोलार्ध में पर्यटन सीजन की शुरुआत में आता है।

पर्यटन (Paryatan) के फायदे 

इस दिवस को मानने के अलग अलग फायदे है।ये न सिर्फ किसी डेढ़ को आर्थिक रूप से सहयोग करता है बल्कि ये सामाजिक ,सांस्कृतिक , भूगोलिक रूप से भी किसी देश को फायदा पहुंचाता है।

यह पर्यटकों को विभिन्न व्यंजनों, साहसिक स्थानों, इतिहास, संगीत रूपों, भाषाओं आदि की पेशकश कर सकता है।

हमारी विरासत और संस्कृति को यह सुनिश्चित करके संरक्षित किया जा सकता है कि प्रदर्शनियों के दौरान लोगों को वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के लिए हमारी विरासत के महत्व के बारे में सिखाया जाता है।

विश्व पर्यटन दिवस (फोटो- सोशल मीडिया)

इस दिन मनोरंजन पार्क, संग्रहालय और अन्य सांस्कृतिक स्थल पर्यटकों को आकर्षित करने और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मुफ्त प्रवेश देते हैं या प्रवेश टिकट के शुल्क को कम करते हैं।

पर्यटकों के लिए विभिन्न आकर्षक और नए स्थलों की घटना के कारण पर्यटन दुनिया भर में लगातार बढ़ता और विकासशील आर्थिक क्षेत्र बन गया है।

पर्यटन से जहां एक ओर सरकार को राजस्व प्राप्ति होती है।वहीं दूसरी ओर लाखों लोगों को रोजगार भी मिलता है।एक आंकड़े के अनुसार पूरी दुनिया में करीबन 300 मिलियन लोगों को पर्यटन से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलता है।

भारत में पर्यटन

भारत में भी पर्यटन उद्योग भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण है।भारत में भी हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं जिससे सरकार को अच्छी खासी राजस्व की प्राप्ति होती हैं।जिससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है।और कई सारे लोगों को पर्यटन से रोजगार मिलता हैं।हमारे देश में भी पर्यटन का अपना ही महत्व है।

भारत ने आधुनिक तकनीक से बने नए पर्यटक स्थलों के साथ-साथ अपनी पुरानी सांस्कृतिक,पुरातात्विक धरोहरों को भी बड़ा सजा संवार कर रखा है।फिर चाहे वह कोई भव्य स्मारक या राजधारानों द्वारा बनाये गये शानदार किले हो या फिर प्राचीन मंदिर,या किसी बादशाह द्वारा बनाया गया मकबरा या अपनी अनोखी सांस्कृतिक विरासत।

जिनको देखने दुनियाभर से लोग भारत आते हैं।आज भारत को देखकर ही विश्व के कई देशों ने अपनी पुरानी और ऐतिहासिक इमारतों को संरक्षण देना शुरू किया है।

भारत विविधताओं से भरा देश हैं।यहां हर राज्य की अपनी एक सांस्कृतिक विरासत है।हर राज्य का अपना अलग ही खान-पान, रहन-सहन, पहनावा, भाषा और संस्कृति है जो पर्यटकों के लिए उत्सुकता का विषय है।

सांस्कृतिक विरासत (फोटो- सोशल मीडिया)

केंद्र सरकार द्वारा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं।भारत सरकार भी पर्यटन को उद्योग के रूप में विकसित करने का कोई भी मौका अपने हाथ से नहीं गवाँना चाहती है।इसीलिए भारत सरकार ने विदेशी पर्यटकों को भारत की तरफ आकर्षित करने के लिए अनेक योजनाएं चलाई हुई हैं।

पर्यटन पर कोरोना के प्रभाव

दुनिया के कई शहरों में, कोरोना वायरस की वजह से नियोजित यात्रा में 80-90% की कमी आई है। संघर्षपूर्ण और एकतरफा यात्रा प्रतिबंध क्षेत्रीय रूप से हुए ।दुनिया भर के कई पर्यटक आकर्षण, जैसे संग्रहालय, मनोरंजन पार्क और खेल स्थल बंद हो गए है। UNWTO ने 2020 के पहले छह महीनों में अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के आगमन में 65% की गिरावट दर्ज की है।

भारत में कोरोना की पहली लहर के बाद दूसरी लहर ने भी लोगों की कमर तोड़ कर रख दी है। कोरोना से जहां लोगों की मौत हुई वहीं इससे लोगों की आर्थिक स्थिति पर भी फर्क पड़ा है। कोरोना ने सबसे ज्यादा प्रभाव रोज कमा कर खाने वाले लोगों पर डाला है।

दूसरी ओर पर्यटन इलाकों भी कोरोना संक्रमण का असर देखने को मिला है। सैलानी न आने के कारण यहां का कारोबार भी ध्वस्त हो गया है। पहाड़ी प्रदेशों से सहित अन्य उत्तरी मध्य राज्यों को कोरोना ने बहुत प्रभावित किया है।सरकार अब लगातार पर्यटन उद्दोगों को वापस से मुख्य धारा में लाने की कोशिश कर रही है।


Tags:    

Similar News