Julian Assange: दुनिया भर की गुप्त सूचनाएँ लाने वाले को Joe Biden ने बोला Terrorist, देखें Y-Factor...

अमेरिका उनको किसी भी तरह गिरफ्तार कर अपने यहाँ लाना चाहता है...

Written By :  Yogesh Mishra
Published By :  Praveen Singh
Update: 2021-07-24 09:49 GMT

Y-Factor Julian Assange: दुनिया भर की गुप्त सूचनाएँ जनता के सामने लाने वाले जुलियन असान्जे आज जेल में कैद है। अमेरिका उनको किसी भी तरह गिरफ्तार कर अपने यहाँ लाना चाहता है। फिलहाल तो ब्रिटेन की एक अदालत ने जूलियन असांजे को राहत दी है कि उनको अमेरिका प्रत्यर्पित नहीं किया जाएगा।

ब्रिटेन के जज ने कहा है कि असांजे की मानसिक स्थिति को देखते हुए प्रत्यर्पण को 'उत्पीड़न' माना जाएगा। जज ने यह भी कहा कि अमेरिका ने कार्यवाई की जो प्रक्रिया बताई है, उसे देखते हुए मुझे यकीन है कि मिस्टर असांजे को आत्महत्या की कोशिश से नहीं रोका जा सकेगा।

2019 में जब इक्वाडोर में सरकार बदली तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। तब से वह ब्रिटेन की हाई सिक्यूरिटी बेलमार्श जेल में हैं। इस जेल में असांजे को बिलकुल अकेले रखा गया है। जिस कारण उनकी मानसिक स्थिति बिगड़ती बताई जा रही है। उनके दोस्तों का कहना है कि वह अपनी जान लेने की कोशिश भी कर चुके हैं। ब्लेकिन

अमेरिका ने ब्रिटेन से मांग की थी कि असांजे को अमेरिका के हवाले किया जाए। ताकि वहां उन पर मुकदमा चल सके। दोषी साबित होने पर असांजे को अमेरिका में 175 साल तक की सजा हो सकती है।

जूलियन पाॅल का जन्म 3 जुलाई, 1971 को आस्ट्रेलिया के क्वीन्सलैण्ड प्रांत के टाउन्सविले शहर में हुआ। असांजे का बचपन बहुत ही खानाबदोशी में बीता। बचपन में ही उन्हें करीब तीस से ज्यादा शहरों में रहने का मौका मिला।.इससे उन्हें अलग-अलग समाजों और संस्कृतियों को समझने का मौका मिला। आखिर में उन्हें आस्ट्रेलिया के मेलबोर्न शहर में रहने का मौका मिला।

जूलियन असांजे ने मेलबोर्न विश्वविद्यालय से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद हैकिंग पर काम करना शुरू किया। उन्होंने हैकिंग दुनिया में पहचान बनाने के लिए अपना एक छद्म नाम मेनडेक्स रखा।

उनको पहली बड़ी सफलता तब मिली जब उन्होंने कनाडा के मल्टीनेशनल टेली कम्यूनिकेशन काॅपोरेशन के मास्टर टर्मिनल नोरटेल को हैक कर लिया। इस काम के लिए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया । उन्हें सजा के तौर पर 2100 आस्ट्रलिआई डाॅलर का जुर्माना और अच्छे व्यवहार की गारंटी देनी पड़ी।

इसके बाद उन्होंने हैकिंग छोड़कर प्रोग्रामिंग की दुनिया में कदम रखा। वर्ष 1993 से वह विक्टोरिया पुलिस की बाल उत्पीड़न शाखा को अपनी सेवायें देने लगे। उन्होंने आस्ट्रेलिया के पहले इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर सबअर्बिया पब्लिक एक्सेस नेटवर्क के लिए काम किया। उन्होंने प्रोग्रामिंग का काम करते हुए ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकाॅल पोर्ट का कोड लिखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने हैकिंग और कम्प्यूटर सिक्योरिटी पर एक किताब भी लिखी और एक कंपनी अर्थमैन टेक्नोलाॅजी की नींव भी रखी।

सबसे पहले उन्होंने लीक्स डाॅट काॅम नाम का एक डोमेन रजिस्टर करवाया ।लेकिन उसे कभी काम में नहीं लिया। इसके बाद उन्होंने 1999 में नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी के पेटेंट के बारे में खुलासा किया । जिससे लोगों की प्राइवेसी को खतरा था।यह पहली बार था जब जूलीयन ने सीधे सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया।

इसके बाद असांजे को यह लगने लगा कि उन्हें लोगों की आवाज उठाने और लोगों तक सरकार की कारस्तानिया पहुंचाने के लिए एक प्लेटफाॅर्म चाहिए।.इसी विचार से 2006 में विकिलीक्स का जन्म हुआ।जूलियन इसके मुख्य संपादक बने।

विकिलीक्स ने 2006 से ही काम करना शुरू कर दिया। लेकिन प्रसिद्धी तब मिली जब एक अमेरिकी व्हीस्ल ब्लोअर चेल्सिया मेनिंग ने विकिलीक्स को इराक युद्ध से जुड़े लाखों डाॅक्यूमेंट्स दिये। इन डाॅक्यूमेंट्स में एक वीडियो भी था जिसमें अमेरिकी सैनिक आम नागरिकों को अपनी गोली का ​शिकार बना रहे थे।

जूलियान असांजे का दावा था कि वे सेंसरशिप के खिलाफ काम कर रहे हैं और अपने सूत्रों को सुरक्षित रखते हुए वे सरकारों की गुप्त जानकारियों को जनता के सामने लेकर आएंगे। अमेरिकी जेल ग्वांतानामो बे से जुड़े दस्तावेज लीक करके असांजे दुनिया की नजरों में आ गए। 2010 में उन्होंने तहलका मचा दिया । जब दुनिया भर के अखबारों के साथ मिल कर उन्होंने सरकारों और नेताओं से जुड़ी गुप्त जानकारी सार्वजनिक की।

विकीलीक्स ने द न्यूयॉर्क टाइम्स, द गार्डियन, डेय श्पीगल, ले मोंडे और एल पाएस जैसे अखबारों के साथ मिलकर काम किया। एक करोड़ से ज्यादा दस्तावेज लीक किए। इनमें अमेरिका से लेकर यूरोप, चीन, अफ्रीका और मध्य पूर्व तक की सरकारों से जुड़े गोपनीय दस्तावेज शामिल थे। धीरे धीरे विकीलीक्स ने अपना सारा ध्यान अमेरिका पर केंद्रित कर दिया। इस वजह से अमेरिका असांजे पर रूस के साथ मिले होने का आरोप लगाने लगा लेकिन जूलियान असांजे ने हमेशा इससे इनकार किया है।

साम्यवादी चीन के सम्बन्ध में सन 2006 में विकीलीक्स ने व्यवस्था सम्बन्धी तमाम सारी अव्यवस्थाओं को उजागर किया । तो पश्चिमी मीडिया और उसके नेतागण दुनिया में उसे अपने सर पर बैठाये हुए थे । लेकिन जब विकीलीक्स ने अमेरिका पर फोकस करना शुरू किया । तो ओबामा प्रशासन ने अमेरिकी कर्मचारियों को विकीलीक्स पढ़ने पर पाबन्दी लगा दी। अमेरिका की लाईब्रेरी ऑफ़ कांग्रेस ने सभी कम्प्यूटरों पर विकीलीक्स को प्रतिबंधित कर दिया था। भारत को लेकर भी असांजे के विकीलीक्स ने कई खुलासे किए, जिसने भारतीय राजनीति में भूचाल ला दिया।

प्रेसिडेंट चुनाव के ई मेल

जुलाई , 2016 में विकीलीक्स ने ऐसे कई ईमेल लीक किए जो दिखाते थे कि अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर बर्नी सैंडर्स की जगह हिलेरी क्लिंटन को तवज्जो दे रही थी। इसके बाद पार्टी के कई वरिष्ठ सदस्यों को इस्तीफा भी देना पड़ा था। इसके चलते डेमोक्रेटिक पार्टी के भी वह दुश्मन बन गए।

विकिलीक्स के इस खुलासे के बाद अमेरिका असांजे से बहुत नाराज हो गया। तत्कालीन उप राष्ट्रपति जो बाइडेन ने असांजे को आतंकवादी तक कह दिया। आस्ट्रेलिया ने भी जूलियन असांजे का अपराधी माना।.जूलियन को इसके बाद अपनी जान बचाने के लिए छुप-छुप कर रहना पड़ा।

कई देशों से भागते हुए आखिर में जूलियन असांजे को इक्वेडोर के दूतावास में शरण मिली।.जहां से 11 अप्रैल, 2019 को लंदन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। जूलियन असांजे पर 2010 में अपनी फरारी के दौरान स्वीडन में रहने का मौका मिला। इसी दौरान दो महिलाओं ने उन पर यौन उत्पीड़न और जबरन शारीरिक सम्बन्ध बनाने का आरोप लगाया।.इस केस में कुछ भी साबित नहीं हो सका। असांजे ने स्वीडन छोड़ दिया।

सम्मान और पुरस्कार

- जूलियन असांजे को 2008 में इकाॅनोमिस्ट फ्रीडम आफ एक्सप्रेशन अवार्ड प्रदान किया गया।

- 2009 में उन्हें प्रतिष्ठित संस्था एमनेस्टी इंटरनेषनल ने ब्रिटेन मीडिया पुरस्कार से नवाजा।

- 2010 में विकिलीक्स पर इराक युद्ध से सम्बन्धित दस्तावेज सार्वजनिक करने की वजह से उन्हें सैम एडमस पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

असान्जे की रिहाई कब होगी यह निश्चित नहीं है। फिलहाल तो उनका भविष्य बेहद ख़राब नजर आ रहा है।

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