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भक्त और भगवान का विशेष संयोग आज, इन बातों का रखकर ध्यान, पाएं आशीर्वाद

यह दिन उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जिनके जीवन में कोई संकट बना हुआ है। इस दिन सुबह स्नान करने के बाद पूजा आरंभ करनी चाहिए। विधि पूर्वक पूजा और व्रत की प्रक्रिया को पूर्ण करना चाहिए।

suman
Published on: 9 March 2021 9:59 AM IST
भक्त और भगवान का विशेष संयोग आज, इन बातों का रखकर ध्यान, पाएं आशीर्वाद
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भक्त और भगवान का विशेष संयोग आज, इन बातों का रखकर ध्यान, पाएँ आशीर्वाद

लखनऊ : आज विजया एकादशी है. ऐसा माना जाता है यह एकादशी सभी प्रकार के संकटों से उभारती है और विजय प्राप्त होती है इसीलिए इस एकादशी को विजया एकादशी कहा जाता है। 9 मार्च मंगलवार को फाल्गुन कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि है मंगलवार के दिन एकादशी की तिथि पड़ने से इस दिन का महत्व और ज्यादा बड़ जाता है। मंगलवार के दिन जहां हनुमान जी की पूजा की जाती है, वहीं एकादशी की तिथि में भगवान विष्णु की पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं। एकादशी व्रत का विशेष महत्व बताया गया है। एकादशी का व्रत कठिन व्रतों में से एक माना गया है।

संकट मोचक

हनुमान जी को भी संकट मोचक कहा गया है। मंगलवार के दिन भगवान विष्णु और हनुमान जी की पूजा का विशेष संयोग बना है। यह दिन उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जिनके जीवन में कोई संकट बना हुआ है। इस दिन सुबह स्नान करने के बाद पूजा आरंभ करनी चाहिए। विधि पूर्वक पूजा और व्रत की प्रक्रिया को पूर्ण करना चाहिए।

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हनुमान चालीसा का करें पाठ

मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करने से हनुमान जी का विशेष आर्शीवाद प्राप्त होता है। इसके साथ ही सुंदरकांड का पाठ भी अच्छा माना गया है।

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इन मंत्रों का जाप जरूर करें

शांता कारम भुजङ्ग शयनम पद्म नाभं सुरेशम।

विश्वाधारं गगनसद्श्र्यं मेघवर्णम शुभांगम।

लक्ष्मी कान्तं कमल नयनम योगिभिध्र्यान नग्म्य्म।

ॐ नमो: नारायणाय. ॐ नमो: भगवते वासुदेवाय।

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इस दिन भूलकर भी न करें ये काम

इस मंगलवार का धार्मिक महत्व बढ़ गया है। भगवान विष्णु और हनुमान जी को स्वच्छता और नियम अधिक प्रिय हैं। इसलिए इस दिन तन और मन दोनों को स्वच्छ रखने का प्रयास करना चाहिए। गलत विचारों से दूर रहना चाहिए। इसके साथ ही क्रोध का त्याग करना चाहिए। इस दिन भगवान को स्मरण करना चाहिए और उनकी उपासना करनी चाहिए, तभी पूर्ण लाभ प्राप्त होता है।

शनिदेव के अशुभ प्रभावों को कम करने में हनुमान जी की पूजा विशेष फलदायी मानी गई है। वहीं भगवान विष्णु की पूजा से भी नवग्रह की शांति होती है।



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