आने लगे मन में ये भाव, तो समझ लीजिए मृत्यु के करीब हैं आप

मनुष्य के जीवन में जन्म और मृत्यु अटल सत्य है जो जन्म लेगा उसकी मृत्यु अटल है। इसलिए इस सत्य के प्रति हर किसी के मन में कई चिंता और सवाल होते हैं कि मौत से पहले और बाद में क्या होगा। इंसान के अंदर मृत्यु को लेकर तरह-तरह की कल्पनाएं होती हैं।

suman
Published on: 25 May 2020 5:17 AM GMT
आने लगे मन में ये भाव, तो समझ लीजिए मृत्यु के करीब हैं आप
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जयपुर मनुष्य के जीवन में जन्म और मृत्यु अटल सत्य है जो जन्म लेगा उसकी मृत्यु अटल है। इसलिए इस सत्य के प्रति हर किसी के मन में कई चिंता और सवाल होते हैं कि मौत से पहले और बाद में क्या होगा। इंसान के अंदर मृत्यु को लेकर तरह-तरह की कल्पनाएं होती हैं। हालांकि मृत्यु के बाद क्या होता हैं इसकी पुष्टि तो कोई नहीं कर सकता हैं। लेकिन, मौत से पहले इंसान के मन में आने वाले विचार जरूर बता सकते हैं। तो जानते हैं अंतिम समय से पहले मन में आने वाले विचारों के बारे में।

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*वैज्ञानिकों ने रिसर्च में पता लगाया है कि अंतिम समय में इंसान अपनी पुरानी जिंदगी के बारे में सोचता है। वह उन बातों का सोचता है, जिससे उसक मन शांत और प्रसन्न रहे। वह उन अच्छी और बुरी दोनो पलों का याद करता है। कइंभी-कभी इंसान अपनी गुप्त बातों को भी उजागर कर देता है, जिसे वह जिंदगी भर अपने साथ लेकर चलता है।

*मरने से पहले इंसान अपनी पुरानी जिंदगी के बारे में सोचता है और हर उन लोगों से माफी मांगता है, जिनको उन्होंने परेशान या धोखा दिया हो। साथ ही, वह अपने परिवार वालों से भी क्षमा मांगता है। ऐसा करके वह अपने मन को हल्का करता है और गलतफहमियों को भी दूर करता है।

* सान की इच्छाएं कभी खत्म नही होंती। अंतिम समय में भी इंसान की कुछ इच्छाएं होती हैं, जिनको वह पूरा करना चाहता है। साथ ही वह अपनी अधूरी इच्छाओं को भी याद करता है, जो किसी कारणवश पूरी नहीं हो पाई और सोचता है कि थोड़ा और समय मिल जाए तो अपनी सभी इच्छाओं को पूरी कर लेता।

*जन्म से लेकर अंतिम समय तक इंसान हमेशा चिंता करता रहता है। वह मरते समय भी उसकी पकड़ से आजाद नहीं हो पाता। इंसान हमेशा उन कामो के बारे में सोचता है, जो अधूरे रह गए थे। अपने परिवार की चिंता, अपने काम की चिंता और अपने सपनों की चिंता जो पूरे नहीं हो पाए। अंतिम समय में भी वह चिंता करता रहता है।

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*मृत्यु से पहले से इंसान अपने परिवार, दोस्त और रिश्तेदारों से दिल खोलकर आखिरी मुलाकात करना चाहता है। ताकि सभी से वह अंतिम बार मिल सके और माफी भी मांग सके। वह अपने परिवार के साथ हर सेकेंड व्यतीत करना चाहता है ताकि वह उनको दिल भरकर देख सके।

*मरने से पहले इंसान अपनी खुशियों के बारे में भी सोचता है। वह सोचता है कि काश थोड़ा समय होता तो जिंदगी के हर पल को खुशी से जी लिया होता। वह अपनी पुरानी जिंदगी के बारे में सोचता है कि इस समय अगर इस समय यह घटना ना होती तो मैं कितना खुश होता।

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