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आज रात 9 बजे से पहले एक बार आसमान की तरफ जरूर देख लें, पलट जाएगी किस्मत
पंचांग की गणना के मुताबिक़ 21 अक्टूबर से चंद्रमा दक्षिण क्रांति वाला होकर गुरु से धनु राशि में 22 अक्टूबर को तथा शनि से मकर में 23 अक्टूबर को युति करेंगे और शनि के बेहद नजदीक होंगे।
नई दिल्ली: आज यानी की 22 अक्टूबर का दिन बेहद ही खास और शुभ है। आज शाम को आप घर, ऑफिस या बाहर जहां कहीं पर भी हो। थोड़ा सा अपने लिए समय जरूर निकाल लें।
समय मिलते ही शाम को आसमान की ओर एक बार जरूर देखें। ऐसा इसलिए क्योंकि चंद्रोदय से लेकर चंद्रमा के अस्त होने यानी 9 बजे तक आज आसमान में एक दुर्लभ नजारा देखने को मिलेगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज चंद्रमा धनु राशि में और गुरु भी धनु राशि में हैं और शनि मकर राशि में भ्रमण कर रहे हैं। चंद्रमा और गुरु दोनों एक दूसरे से बहुत ही नजदीकी अंशों पर भ्रमण कर रहे हैं जिससे आसमान में दुर्लभ नजारा बना है।
खगोलीय घटना की फोटो(सोशल मीडिया)
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चंद्रमा उत्तर दिशा की क्रांति वाला हो तब यह शुभ फल देता है
बृहत्संहिता के ‘शशिसमागम अध्याय’ के मुताबिक समागम के समय चंद्रमा उत्तर दिशा की क्रांति वाला हो तब यह शुभ फल देता है लेकिन दक्षिण दिशा में गमन कर रहा हो तो अशुभ फलदायी होता है।
गौर करने वाली बात ये है कि पंचांग की गणना के मुताबिक़ 21 अक्टूबर से चंद्रमा दक्षिण क्रांति वाला होकर गुरु से धनु राशि में 22 अक्टूबर को तथा शनि से मकर में 23 अक्टूबर को युति करेंगे और शनि के बेहद नजदीक होंगे। संयोग से शनि और गुरु दोनों इस समय दक्षिण क्रांति में हैं तो यह समागम महंगाई पर असर डालेगा।
मकर राशि के प्रभाव में आने से खाद्य पदार्थों, आभूषणों, सोने और अनाज की कीमतें बढ़ सकती हैं। जानकारों के मुताबिक आज चंद्रोदय के साथ ही दक्षिण पश्चिमी आसमान में चंद्रमा, गुरु और शनि तीनों ग्रह बिल्कुल एक सीध में नजर आयेंगे।
बात करें अगर चंद्रमा की तो वह सबसे नीचे , इनके ऊपर गुरु और फिर शनि महाराज दिखाई देंगे । ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक मेदिनी ज्योतिष के प्राचीन ग्रन्थ बृहत् संहिता के 18वें अध्याय में चंद्र की आकाश में गुरु और शनि से युति के फल संक्षिप्त में कहे गए हैं।
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आसमान की तरफ देखते लोग(फोटो:सोशल मीडिया)
मेदिनी ज्योतिष में चंद्रमा को जनभावनाओं का कारक कहा गया है
चंद्रमा जब गोचर में सूर्य को छोड़कर किस अन्य ग्रह (मंगल, बुध, गुरु, शुक्र या शनि) से नज़दीकी अंशों में युति करता है तो हम उसे समागम कहते हैं।
बता दें कि इसी तरह अगर सूर्य गोचर में चंद्रमा को छोड़कर किसी ग्रह से निकट के अंशों में युति करे तो वह उनको अस्त करता है लेकिन चंद्रमा समागम कर उनके गुणों को आत्मसात कर लेता है।
मेदिनी ज्योतिष में चंद्रमा को जनभावनाओं का कारक कहा गया है जिसका धन के कारक ग्रह गुरु और राजनीति के ग्रह शनि से समागम सरकारी नीतियों से वस्तुओं के दामों पर असर डालेगा।
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