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सूर्य ग्रहण अब से 10 घंटे बाद, खाने से पहले जान लें ये बात, क्या पड़ेगा प्रभाव

यह सूर्य ग्रहण, अफ्रीका महाद्वीप का दक्षिणी भाग, साउथ अमेरिका का अधिकांश भाग, प्रशांत महासागरीय क्षेत्र, अटलांटिक, हिन्द महासागर और अंटार्टिका में दृश्यमान होगा।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 14 Dec 2020 9:09 AM IST
सूर्य ग्रहण अब से 10 घंटे बाद, खाने से पहले जान लें ये बात, क्या पड़ेगा प्रभाव
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सूर्य ग्रहण के दौरान खुद को ऊर्जा से भरपूर रखने के लिए सूखे मेवे खाएं। कहा जाता है कि सूखे मेवों पर हानिकारक किरणों का असर नहीं होता है।

लखनऊ : आज साल 2020 के दिसंबर महीने में आखिरी सूर्य ग्रहण होगा। 14 दिसंबर 2020 को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण ये सूर्य ग्रहण लगभग 5 घंटे तक चलेगा। ये सूर्य ग्रहण 14 दिसंबर को शाम 07 बजकर 03 मिनट पर शुरू होगा और 15 दिसंबर की मध्यरात्रि 12:23 बजे खत्म हो जाएगा। शास्त्रों के अनुसार सूर्य ग्रहण के समय क्या करना चाहिए और कौन से काम करने से बचना चाहिए।

आज अंतिम सूर्य ग्रहण 14 दिसंबर 2020 से शुरू होकर 15 दिसंबर 2020 तक रहेगा। सूर्य ग्रहण प्रारंभ- 19:03:55 बजे से सूर्य ग्रहण समाप्त- 00:23:03 बजे तक रहेगा।

यह पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा लेकिन यह भारत में नहीं दिखाई देगा इसलिए भारत में इसका सूतक भी लागू नहीं होगा । यह सूर्य ग्रहण, अफ्रीका महाद्वीप का दक्षिणी भाग, साउथ अमेरिका का अधिकांश भाग, प्रशांत महासागरीय क्षेत्र, अटलांटिक, हिन्द महासागर और अंटार्टिका में दृश्यमान होगा।

हर बार जब भी ग्रहण लगता है, फिर चाहे सूर्य ग्रहण हो या चंद्र ग्रहण उससे जुड़ी हजार बाते सुनने को मिलती है। कुछ भी खाना-पीना नहीं चाहिए और ना ही खाना पकाना चाहिए। अगर भूख लग ही जाए और कुछ खाना पड़े तो क्या करें? सूर्य ग्रहण के दौरान हम जो भी खाते हैं उसका क्या असर होता है और ग्रहण के दौरान किन चीजों का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए, यहां जानें…

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इनसे करें परहेज

*कोई भी ऐसा खाद्य पदार्थ जो हमारे शरीर के तापमान को बढ़ा देता है और जिसे पचाना शरीर के लिए मुश्किल होता है उनका सेवन ग्रहण के दौरान नहीं करना चाहिए वरना डाइजेशन से जुड़ी दिक्कतें और बीमारियां हो सकती हैं। लिहाजा डीप फ्राइड और ऑइली फूड से परहेज करें।

*पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार नॉन वेजिटेरियन फूड शरीर के तापमान को बढ़ा देता है क्योंकि इसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है और शरीर के लिए इन्हें डाइजेस्ट करना मुश्किल हो जाता है। लिहाजा जो लोग पहले से बीमार हैं उन्हें तो अंडा और मीट से ग्रहण के दौरान दूर ही रहना चाहिए।

* ग्रहण के दौरान पानी पीने की भी मनाही रहती है। लेकिन अगर प्यास बर्दाश्त न हो रही तो पानी पी सकते हैं लेकिन वैसा पानी न पिएं जो काफी देर पहले से बिना ढके हुए खुला रखा हो। ग्रहण के दौरान होने वाले कॉस्मिक चेंज की वजह से पानी में भी रिऐक्शन हो सकता है। इसलिए अगर पीना ही हो तो ढंका हुआ पानी पिएं।

ये खाएं ये ना खाएं

सूर्य ग्रहण के दौरान भोजन का निषेध है, लेकिन गर्भवती स्त्री, बच्चे, बुजुर्ग और मरीज हो इस दौरान इन खाद्य का सेवन कर सकते हैं, जिससे ग्रहण का दुष्प्रभाव काफी कम होता है।

दूध

सूर्य ग्रहण के दौरान जरूरत पड़ने पर व्यक्ति दूध का सेवन कर सकता है। लेकिन ऐसा करते समय ध्यान रखें कि दूध में तुलसी के पत्ते डालने के बाद ही उसका सेवन करें।

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इन फलों का करें सेवन-

सूर्य ग्रहण के समय ऐसे फलों का सेवन करना चाहिए जिनके ऊपर छिलका लगा हुआ होता है जैसे-केला, अनार, नारियल।

सूखे मेवे

सूर्य ग्रहण के दौरान खुद को ऊर्जा से भरपूर रखने के लिए सूखे मेवे खाएं। कहा जाता है कि सूखे मेवों पर हानिकारक किरणों का असर नहीं होता है।

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बने हुए भोजन से बचे

सूर्य ग्रहण के समय की किरणों की वजह वातावरण में बैक्टीरिया खत्म करने वाली पराबैंगनी किरणें कम हो जाती है। जिसकी वजह से पहले से बना हुआ भोजन करने से सेहत को नुकसान पहुंच सकता है।

नोट: इन सब के बावजूद अगर बहुत जरूरी न हो तो खाने से ग्रहण के दौरान परहेज ही करें तो बढ़िया रहेगा। वैसे मोक्ष की समाप्ति के बाद ही स्नान दान और पूजा के बाद ही भोजन बनाकर खाना चाहिए।



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Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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