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Bihar Politics: नीतीश ने मांझी पर कर दिया बड़ा खुलासा, बोले – अगर साथ रहते तो बीजेपी के लिए मुखबिरी करते

Bihar Politics: बिहार सीएम नीतीश कुमार ने हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी पर जोरदार हमला बोला है। कुमार ने कहा कि वे बीजेपी वालों से मिल रहे थे। ठीक हुआ हमसे अलग हो गए।

Anant Shukla
Published on: 16 Jun 2023 10:51 PM IST
Bihar Politics: नीतीश ने मांझी पर कर दिया बड़ा खुलासा, बोले – अगर साथ रहते तो बीजेपी के लिए मुखबिरी करते
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Bihar CM Nitish Kumar called Jeetam Ram Manjhi an informer of BJP (Photo-Social Media)

Bihar Politics: लोकसभा चुनाव से करीबन 8 माह पूर्व बिहार की राजनीति में एकबार फिर हलचल तेज हो गई है। सत्तारूढ़ महागठबंधन में शामिल पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने गठबंधन से खुद को किनारे कर लिया। पुत्र संतोष सुमन के कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफे के बाद से जदयू नेताओं और मांझी के बीच तीखी बयानबाजी चल रही है। इसमें अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी एंट्री हो गई है।

बिहार सीएम नीतीश कुमार ने हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी पर जोरदार हमला बोला है। कुमार ने कहा कि वे बीजेपी वालों से मिल रहे थे। ठीक हुआ हमसे अलग हो गए। अगर हमारे साथ रहते तो विपक्षी नेताओं की मीटिंग में वह बीजेपी के लिए मुखबिरी करते। यहां की रणनीति जाकर बीजेपी को बता देते।

मांझी के आरोप पर नीतीश ने लगाई मुहर

बिहार सरकार में एससी/एसटी कल्याण मंत्री रहे जीतन राम मांझी के बेटे प्रोफेसर संतोष सुमन ने इस्तीफा देने के बाद जदयू पर बड़ा आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) का जदयू में विलय करने का दबाव बनाया जा रहा था। सीएम नीतीश कुमार ने आज इसकी पुष्टि कर दी है। नए मंत्री के शपथग्रहण के बाद मीडिया से बात करते हुए बिहार सीएम ने कहा, मैंने बोला था कि वो या तो जदयू में मर्ज करें या फिर यहां से जाएं।

नीतीश कुमार ने आगे कहा कि 23 जून को पटना में विपक्षी दलों की बड़ी मीटिंग होने वाली है, अगर जीतन राम मांझी वहां होते तो उस मीटिंग के भीतर जो भी होता उसकी खबर बीजेपी तक पहुंचा देते। इसलिए हमने तय किया कि आप या तो हमारे साथ मर्ज कीजिए या फिर अलग हो जाइए। गौरतलब है कि इससे पहले मांझी के बेटे संतोष सुमन में विपक्षी दलों की बैठक में न बुलाए जाने को लेकर नाराजगी जाहिर कर चुके थे।

मांझी की भरपाई के लिए नीतीश ने चला ये दांव

कास्ट इंजीनियरिंग के माहिर खिलाड़ी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के अलग होने से होने वाले नुकसान की भरपाई करने में जुट गए हैं। उन्होंने मांझी के बेटे की जगह उन्हीं की बिरादरी महादलित समुदाय से आने वाले जदयू विधायक को मंत्री बना दिया है। मुसहर जाति से आने वाले रत्नेश सदा ने शुक्रवार को राजभवन में मंत्रीपद की शपथ ली है। सदा लगातार तीसरी बार सहरसा जिले की सोनबरसा सुरक्षित सीट से विधायक चुने गए हैं। इसके अलावा गया रीजन में जहां से जीतन मांझी आते हैं, वहां भी पार्टी ने एक बड़ा दांव चला है। पर्वत पुत्र दशरथ मांझी के बेटे और दामाद को जदयू की सदस्यता दिलाई गई है।

क्या एनडीए में शामिल होंगे जीतन मांझी ?

शराबबंदी समेत तमाम अन्य मुद्दों पर टिप्पणी कर महागठबंधन को अक्सर असहज स्थिति में डालने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की राह एकबार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जुदा हो गई। इससे पहले 2015 में वो अपनी नई पार्टी बनाकर एनडीए में शामिल हो गए थे। 8 साल बाद एकबार फिर उनके एनडीए में वापसी की अटकलें जोरों पर है।

जानकारी के मुताबिक, 19 जून को पटना में हम की राष्ट्रीय कार्यकारिणी संपन्न होने के बाद मांझी अपने बेटे संतोष सुमन के साथ दिल्ली जाएंगे। जहां उनकी गृह मंत्री अमित शाह समेत बीजेपी के बड़े नेताओं से मुलाकात होगी। माना जा रहा है कि इसी दौरान उनकी एनडीए में घर वापसी पर मुहर लग सकती है। बीजेपी की स्टेट लीडरशिप लगातार कह रही है कि एनडीए में मांझी के आने का फैसला आलाकमान के स्तर पर होगा।



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Anant Shukla

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