दर्जनों गांवों पर आफत: टूट गया तटबंध और बांध, तबाही की कगार पर सैकड़ों लोग

बिहार में चुनाव को लेकर हो चुकी है, लेकिन अभी तक पिछले वादे ही पूरे नहीं हो पाए हैं। गोपालगंज के देवापुर में भयकंर बारिश और बाढ़ के जोरदार बहाव के कारण छरकी तटबंध टूट गया है। जिसकी वजह से लगभग 20 गांव जलमग्न हो गये हैं।

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Published on: 25 Sep 2020 10:33 AM GMT
दर्जनों गांवों पर आफत: टूट गया तटबंध और बांध, तबाही की कगार पर सैकड़ों लोग
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गोपालगंज के देवापुर में भयकंर बारिश और बाढ़ के जोरदार बहाव के कारण छरकी तटबंध टूट गया है। जिसकी वजह से लगभग 20 गांव जलमग्न हो गये हैं।

पटना। बिहार में चुनाव को लेकर हो चुकी है, लेकिन अभी तक पिछले वादे ही पूरे नहीं हो पाए हैं। गोपालगंज के देवापुर में भयकंर बारिश और बाढ़ के जोरदार बहाव के कारण छरकी तटबंध टूट गया है। जिसकी वजह से लगभग 20 गांव जलमग्न हो गये हैं। बता दें, जुलाई में बारिश हुई थी, तब ये तटबंध टूटा था, और 201 गांव पानी में समा गए थे। लेकिन उसके बाद भी सरकार को इन गांवों की सुरक्षा को लेकर कोई चिंता फिक्र नहीं है।

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देवापुर तटबंध टूट गया

दरअसल जुलाई में हुई बारिश में गंडक बैराज से 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। जिसकी वजह से देवापुर का तटबंध और सारण का मुख्य बांध टूट गया था। इसके बाद में एक अस्थाई रिंग बांध बनाकर उस मुख्य बांध को जोड़ा गया था। फिर बृहस्पतिवार को शाम गंडक पर स्थित बाल्मिकी बैराज से 4.12 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जिसके चलते गंडक नदी के जलस्तर में काफी बढ़ोत्तरी हुई।

ऐसे में पानी रिंग बांध के ऊपर से बह गया और देवापुर तटबंध टूट गया। अब ये आशंका भी जताई जा रही है कि ज्यादा दबाव पड़ने पर और पानी फैला है। तमाम गांवों को अपने में समा ले गया बिल्कुल उसी तरह जैसा कि जुलाई के महीने में हुआ था। अब प्रशासन लगातार ग्रामीणों से कह रहा है कि वे सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं।

Devapur heavy rains flooding embankment फोटो-सोशल मीडिया

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20 गांव पानी में समा चुके

इसी सिलसिले में ग्रामीण बताते हैं कि 23 जुलाई को हुई भारी बारिश की वजह से आई बाढ़ से तटबंध टूटे थे। इसकी वजह से 201 गांवों में पानी घुस गया था। इस बार भी अब तक 20 गांव पानी में समा चुके हैं। गंडक नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि के कारण गोपालगंज जिले के बरौली, सिधवलिया और बरौली प्रखंड में दोबारा बाढ़ की आशंका बढ़ती जा रही है।

साथ ही देवापुर गांव में पानी घुसने के बाद ही आसपास के गांवों में पानी घुसने लगता है। क्योंकि देवापुर का तटबंध और सारण का मुख्य बांध एक बार फिर टूट गया है। वहीं सारण तटबंध का जो हिस्सा मरम्मत किया जा रहा था उसके ऊपर से पानी बह रहा है। जिसकी वजह से दर्जनों गांवों पर मुसीबत आती हुई दिखाई पड़ रही है।

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