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कोरोना काल में अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका, दूसरी तिमाही में इतना हुआ कर संग्रह

इस वक्त की बड़ी खबर आयकर विभाग से जुड़ी हुई आ रही है। जीएसटी से जुड़े एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बुधवार को बताया कि बीते वित्त वर्ष में सरकार का कुल कर संग्रह 3,27,320.2 करोड़ रुपये था।

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Published on: 16 Sep 2020 12:18 PM GMT
कोरोना काल में अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका,  दूसरी तिमाही में इतना हुआ कर संग्रह
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केंद्र सरकार का कुल कर संग्रह चालू वित्त वर्ष 1 जनवरी से बदल जाएंगे GST रिटर्न के नियम, 94 लाख टैक्सपेयर्स पर होगा असर

नई दिल्ली: इस वक्त की बड़ी खबर आयकर विभाग से जुड़ी हुई आ रही है। जीएसटी से जुड़े एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बुधवार को बताया कि बीते वित्त वर्ष में सरकार का कुल कर संग्रह 3,27,320.2 करोड़ रुपये था।

हालांकि ये फाइनल आंकड़ा नहीं है, क्योंकि बैंक दिन के अंत तक इसमें चेंजेज कर सकते हैं। जून में खत्म हुई चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान टैक्स के कुल कलेक्शन में 31 फीसदी की गिरावट आई।

जबकि दूसरी तिमाही के लिए अग्रिम कर संग्रह सहित केंद्र सरकार का कुल कर संग्रह चालू वित्त वर्ष में 15 सितंबर तक 2,53,532.3 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 22.5 फीसदी कम है।

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Tax टैक्स(फोटो-सोशल मीडिया)

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सरकार के इस कदम का राज्यों ने किया विरोध

कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिए देश भर में लागू किए गए पूर्ण लॉकडाउन के चलते यह गिरावट हुई। इस दौरान अग्रिम कर संग्रह में 76 फीसदी की भारी गिरावट देखने को मिली।

उधर कुछ राज्यों ने राजस्व की कमी को पूरा करने के लिए केंद्र की प्रस्तावित उधार योजना पर एतराज जताया है। सरकार से अपील से की है कि वे दोनों विकल्पों में से किसी एक को ही साथ लेकर चलें। ये जानकारी वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने दी।

उन्होंने बताया कि केंद्र ने पिछले महीने अंत में राज्यों को दो ऑप्शन दिए हैं।' वे रिजर्व बैंक की विशेष 'विंडो' सुविधा से 97,000 करोड़ रुपये उधार लें या बाजार से 2.35 लाख करोड़ रुपये का कर्ज जुटायें।

ये जानकारी उन्होंने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी। बताया कि कुछ राज्यों ने प्रस्तावित दोनों विकल्पों को लेकर आपत्ति जताई है। उनसे दोनों में से एक विकल्प का उपयोग करने का निवेदन किया गया है।

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