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12000 रुपये सस्ता सोना: इतनी ज्यादा घटी कीमत, चेक करें चांदी के रेट
केवल इस साल यानी 2021 में सोना प्रति दस ग्राम 6 हजार 413 रुपये से ज्यादा सस्ता हो चुका है। एक जनवरी 2021 को यह 50 हजार 300 रुपये पर था। वहीं, बीते आठ महीनों के दौरान गोल्ड में करीब 12 हजार 313 रुपये प्रति दस ग्राम की कमी आई है।
नई दिल्ली: सोने की कीमतों (Gold Price) में बीते काफी दिनों से गिरावट जारी है। आज यानी शुक्रवार को भी गोल्ड के दाम में गिरावट दर्ज की जा रही है। 5 मार्च को सोने का दाम 43 हजार 887 रुपये प्रति दस ग्राम के स्तर तक पहुंच गया है। इस दौरान सोना 22 फीसदी नीचे आ गया है। वहीं, इस साल केवल दो महीनों के अंदर ही गोल्ड में 13 फीसदी की गिरावट आई है।
सोने में 12 हजार से ज्यादा की गिरावट
आपको बता दें कि केवल इस साल यानी 2021 में सोना प्रति दस ग्राम 6 हजार 413 रुपये से ज्यादा सस्ता हो चुका है। एक जनवरी 2021 को यह 50 हजार 300 रुपये पर था। वहीं, बीते आठ महीनों के दौरान गोल्ड में करीब 12 हजार 313 रुपये प्रति दस ग्राम की कमी आई है। पिछले साल 6 अगस्त को इसकी कीमत 56 हजार 200 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर थी। इसके बाद से सोने की चमक फीकी ही बनी रही है।
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(फोटो- सोशल मीडिया)
चांदी की कीमतों में हुई वृद्धि
वहीं अगर सिल्वर की बात की जाए तो इसकी कीमत में वृद्धि देखने को मिली है। चांदी की कीमत में 2 हजार 145 रुपये की तेजी आई है। 1 जनवरी 2021 को चांदी के प्राइस 66,950 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर थे, लेकिन अब इसकी कीमत 64,805 रुपये प्रति किलोग्राम तक है। इंटरनेशनल मार्केट में सोना 1,692.70 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस चल रहा है। अमेरिका में डॉलर और बॉन्ड यील्ड में मजबूती से हफ्तेभर में सोना 2 फीसदी फिसला है।
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(फोटो- सोशल मीडिया)
क्यों घट रहे हैं सोने के दाम?
एक्सपर्ट्स की मानें तो निवेशक हमेशा ज्यादा और सुरक्षित मुनाफा की चाह रखते हैं, जो कि उन्हें शेयर मार्केट, एफडी, बॉन्ड और गोल्ड में मिलता है। सामान्य हालात होने पर निवेशकों को यह मुनाफा स्टॉक मार्केट या बॉन्ड से मिलता है। जब वैश्विक अर्थव्यवस्था में उथल-पुथल देखने को मिलता है तो निवेशक सोने में Investment बढ़ा देते हैं। यहीं वजह है कि कोरोना वायरस काल में निवेशकों में सोने की मांग बढ़ी थी।
लेकिन अब जब अर्थव्यवस्था सामान्य हालात में है तो निवेशकों का लगाव गोल्ड से हट रहा है। इसके अलावा इंपोर्ट ड्यूटी कम होने और डॉलर मजबूत होने की वजह से भी सोने की कीमतों में कमी देखने को मिल रही है। ऐसा माना जा रहा है कि एक से दो साल में सोने की कीमत लगभग स्थिर बनी रहेगी।
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