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ITR filing Update in July: अलर्ट! आईटीआर फाइल करने वाले इसका ध्यान दें, वरना जुर्माना और मिलेगा नोटिस

ITR filing Update in July: अक्सर देखा गया है कि लोग आईटीआर भरते से कुछ सामान्य सी गलतियां कर देते हैं, जिसकी वजह से उन्हें बाद इसके लिए जुर्माना या फिर विभाग का कानूनी नोटिस से सामना करना पड़ता है।

Viren Singh
Published on: 30 Jun 2023 2:00 PM IST (Updated on: 30 Jun 2023 2:02 PM IST)
ITR filing Update in July: अलर्ट! आईटीआर फाइल करने वाले इसका ध्यान दें, वरना जुर्माना और मिलेगा नोटिस
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ITR filing Update in July (सोशल मीडिया)

ITR filing Update in July:: जैसे-जैसे आयकर दाखिल करने का समय नजदीक आ रहा है, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण हो गया है कि अगर आप टैक्सपेयर हैं या फिर पहली बार बने जा रहे हैं तो अपना आयकर रिटर्न (आईटीआर) सही और समय पर दाखिल करें। FY2022-23 (AY2023-24) के लिए ITR को 31 जुलाई तक दाखिल करना होगा, जो अब तक की तय समय सीमा है।

लोग करते हैं यह सामान्य गलती

अगर आप अपना आईटीआर दाखिल करने जा रहे हैं तो सबसे पहले यह ध्यान दें कि यह बिल्कुल सही दाखिल हो। कहीं ऐसा न हो कि आप गलत आईटीआर दाखिल कर दें। आपको लगे कि आपने सही आईटीआर भरा और आपके पास आयकर विभाग का नोटिस आ जाए। क्योंकि अक्सर देखा गया है कि लोग आईटीआर भरते से कुछ सामान्य सी गलतियां कर देते हैं, जिसकी वजह से उन्हें बाद इसके लिए जुर्माना या फिर विभाग का कानूनी नोटिस से सामना करना पड़ता है। तो आइये आपको बता दें कि ITR भरते समय कौन सी सामान्य गलतियां लोगों द्वारा हो जाती हैं?

गलत व्यक्तिगत जानकारी

हमेशा याद रखें कि आईटीआर में कोई भी गलत जानकारी देना बाद में जी का जंजाल बना सकती है। यह सुनिश्चित करें कि आप अपना नाम, पैन, ईमेल आईडी और फोन नंबर जैसी सटीक व्यक्तिगत जानकारी दें।

गलत आईटीआर

आपको पता होना चाहिए कि आपको कौन सा आईटीआर भरना है, क्योंकि आईटीआर चार प्रकार के होते हैं। और यह अलग अलग लोगों के लिए भरे जाते हैं। किसी भी समस्या से बचने के लिए सही फॉर्म का चयन करना सुनिश्चित करें।

आय स्रोतों की रिपोर्ट नहीं करना

आईटीआर दाखिल करते आय के स्रोतों की सही रिपोर्ट होनी चाहिए। जैसे कि वेतन, किराये की आय, ब्याज आय, पूंजीगत लाभ और व्यावसायिक आय सहित अन्य आय स्रोत। आय के सभी स्रोतों की रिपोर्ट करना महत्वपूर्ण होता है। इसमें से एक भी छुपना आपके लिए हानिकारक हो सकता है और आपके ऊपर जुर्माना या कानूनी कार्रवाई हो सकती है।

आईटीआर का सत्यापन नही करवना

आईटीआर भी पूरा दाखिल मना जाएगा, यह सत्यापित हो जाएगा। आप इसे इलेक्ट्रॉनिक रूप से या आईटीआर-वी फॉर्म की एक हस्ताक्षरित प्रति आईटीआर दाखिल करने के 120 दिनों के भीतर केंद्रीयकृत प्रसंस्करण केंद्र (सीपीसी) को भेजकर कर सकते हैं। उसके बाद ही आपका आईटीआर सत्यापित हो जाएगा।

गलत बैंक खाता विवरण

सुनिश्चित करें कि आप किसी भी टैक्स रिफंड के लिए सही बैंक खाता विवरण प्रदान करें। किसी भी त्रुटि के कारण रिफंड में देरी या गैर-प्राप्ति हो सकती है।

फॉर्म 16 का फॉर्म 26एएस से मिलान न होना

फॉर्म 16 (नियोक्ता द्वारा प्रदान किया गया) में दिए गए विवरण को फॉर्म 26एएस (टैक्स क्रेडिट वाला एक विवरण) के साथ क्रॉस-चेक करें। आईटीआर दाखिल करने से पहले किसी भी विसंगति को ठीक किया जाना चाहिए।

टीडीएस का दावा नहीं करना

कई बार करदाताओं को उनकी आय से काटे गए टीडीएस के बारे में पता नहीं होता है। उनमें से सबसे आम बैंक के बचत खाते या सावधि जमा के ब्याज पर अर्जित ब्याज से कर कटौती है। इसलिए हमेशा जांचें कि आपकी आय से कोई टीडीएस बनता है या नहीं और आप अपने 26AS की जांच करके यह आसानी से कर सकते हैं।

कटौती का दावा करना

कई बार लोग रिटर्न दाखिल करते समय कटौतियां नहीं दिखाते क्योंकि कोई कर योग्य आय नहीं है। उनका मानना है कि चूंकि कोई कर योग्य आय नहीं है, इसलिए कटौती का दावा करने की कोई आवश्यकता नहीं है, लेकिन यह एक समस्या बन जाती है जब करदाता की फाइल जांच में चली जाती है और उसमें कर योग्य आय बढ़ जाती है। अब क्योंकि आपने कटौती का दावा नहीं किया था इसलिए आपको कर का भुगतान करना होगा। चिकित्सा बीमा, शिक्षा ऋण ब्याज और धर्मार्थ दान जैसी कटौतियां आपकी कर योग्य आय को कम करने में मदद कर सकती हैं। अपनी कर देनदारी को कम करने के लिए सभी योग्य कटौतियों का दावा सुनिश्चित करना आपका काम है। इसलिए आईटीआर दाखिल करते वक्त इनका ध्यान दें। हालांकि यह लाभ आपको पुरानी कर व्यवस्था में लागू होगी।



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