क्या आपको पता है लॉकडाउन के कारण नकद लेनदेन पर कितना फर्क पड़ा है?

लॉकडाउन के चलते कैश और कैश आधारित सेवाओं में काफी गिरावट आई है। डेबिट और क्रेडिट कार्ड के जरिए एटीएम से कैश निकासी पहले के मुकाबले काफी कम हो गया है।

Aditya Mishra
Published on: 20 April 2020 5:02 AM GMT
क्या आपको पता है लॉकडाउन के कारण नकद लेनदेन पर कितना फर्क पड़ा है?
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नई दिल्ली: लॉकडाउन के चलते कैश और कैश आधारित सेवाओं में काफी गिरावट आई है। डेबिट और क्रेडिट कार्ड के जरिए एटीएम से कैश निकासी पहले के मुकाबले काफी कम हो गया है।

जबकि कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ने से मल्टीनेशनल कॉरपोरेशंस और छोटी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने और सोशल डिस्टेंसिंग नियमों को पालन करने के चलते मार्च के तीसरे और चौथे हफ्ते में डिजिटल फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन में तेजी आई।

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के डाटा के मुताबिक, मार्च में बैंकों के रियल टाइम ग्रॉस सेलटमेंट (आरटीजीएस) ट्रांजैक्शन में 34 फीसदी की तेजी की दर्ज की गई है। मार्च में आरटीजीएस के माध्यम से 120। 47 लाख करोड़ रुपये का ट्रांजैक्शन हुआ है, जो फरवरी 2020 में यह आकड़ा 89। 90 लाख करोड़ रुपये था।

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मार्च में 552। 26 करोड़ हुए डिजिटल ट्रांजैक्शन

रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च में देशभर में कुल 552। 26 करोड़ डिजिटल ट्रांजैक्शन हुए। इनमें से 107। 78 करोड़ महीने के पहले हफ्ते और 95। 57 करोड़ ट्रांजैक्शन दूसरे हफ्ते में किए गए। डाटा के अनुसार, तीसरे और चौथे हफ्ते में इन ट्रांजैक्शन में 124। 73 करोड़ और 224। 16 करोड़ की तीव्र बढ़ोतरी हुई। सरकार ने 24 मार्च से 21 दिनों का देशव्यापी लॉकडाउन लागू किया था और फिर बाद में इसे बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया है।

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मार्च में 15 फीसदी की ग्रोथ

फरवरी 2020 के मुकाबले मार्च के तीसरे और चौथ हफ्ते के दौरान डिजिटल पेमेंट्स में 15 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। जनवरी में प्रतिदिन 16। 8 करोड़ और फरवरी में 16। 2 करोड़ के मुकाबले मार्च में प्रतिदिन डिजिटल ट्रांजैक्शन बढ़कर 18। 5 करोड़ तक पहुंच गए।

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने मार्च में 125 करोड़ से अधिक ट्रांजैक्शन रिजस्टर्ड किए और इसके जरिए 2। 06 लाख करोड़ रुपये का ट्रांजैक्शन हुआ। एनपीसीआई अपने यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) सर्विसेज को गूगल पे और वॉलमार्ट के फोनपे जैसे अन्य भुगतान ऐप को सर्विस प्रदान करता है।

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Aditya Mishra

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