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सरकार का बड़ा कदम: अब वाहनों में नहीं होंगे ये एक्सट्रा पार्ट, जानिए नए नियम

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने केंद्रीय मोटर वाहन (सातवां संशोधन) नियम, 2020 अधिसूचित  कर नई दिशा-निर्देश दिया है। इसके तहत वाहनों में सुरक्षा उपकरणों को अनिवार्य किया गया है। यह नियम अप्रैल 2021 से लागू होगा। नए नियमों के अनुसार, निर्माता को यह सुनिश्चित करना होगा कि  वाहनों में टायरों में हवा के दबाव के निगरानी के लिए मैं दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 23 July 2020 8:45 PM IST
सरकार का बड़ा कदम: अब वाहनों में नहीं होंगे ये एक्सट्रा पार्ट, जानिए नए नियम
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नई दिल्ली : सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने केंद्रीय मोटर वाहन (सातवां संशोधन) नियम, 2020 अधिसूचित कर नई दिशा-निर्देश दिया है। इसके तहत वाहनों में सुरक्षा उपकरणों को अनिवार्य किया गया है। यह नियम अप्रैल 2021 से लागू होगा। नए नियमों के अनुसार, निर्माता को यह सुनिश्चित करना होगा कि वाहनों में टायरों में हवा के दबाव के निगरानी के लिए मैं दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। मंत्रालय ने वाहनों में टायरों में हवा के दबाव की निगरानी प्रणाली से संबंधी दिशानिर्देश जारी किए हैं। एक बयान में कहा गया है कि मंत्रालय ने जीएसआर 457 (ई) द्वारा सीएमवीआर 1989 में संशोधन किए हैं।

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गाइडलाइन जारी

केंद्र ने सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने कई नियमों को या तो संशोधित किया है या फिर बदला है। इसी कड़ी में सरकार ने एक और गाइडलाइन जारी दी है। ये गाइडलाइन वाहनों में टायर के हवा से जुड़ी है। मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, सेंट्रल मोटर व्हीकल रूल्स नियमों में संशोधन किया गया है।

इस सिस्टम में सेंसर के जरिए जानकारी

इसके तहत अधिकतम 3.5 टन वजन तक के वाहनों के लिए टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम का सुझाव दिया गया है। इस सिस्टम में सेंसर के जरिए ड्राइवर को ये जानकारी मिल जाती है कि गाड़ी के टायर में हवा की स्थिति क्या है। हवा कम होने की स्थिति में गाड़ी के डैशबोर्ड पर ड्राइवर को अलर्ट मिल जाएग। इसके माध्यम से सड़क सुरक्षा में बढ़ोतरी करता है। इसके साथ ही मंत्रालय ने टायर मरम्मत किट की भी अनुशंसा की है।

टायर ट्रेड में पंक्चर हुए स्थान पर एयर सील

टायर पंक्चर (ट्यूबलेस टायर) की दुर्घटना के दौरान, रिपेयर किट के उपयोग से सीलेंट को टायर ट्रेड में पंक्चर हुए स्थान पर एयर सील के साथ डाला जाता है। अगर टायर रिपेयर किट और टीपीएमएस उपलब्ध कराया गया है तो ऐसे वाहनों में अब अतिरिक्त टायरों की जरूरत खत्म हो गई है। अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप, यह अधिक जगह उपलब्ध कराएगा जिससे ईवी के लिए बैट्री आदि को समायोजित किया जा सकता है।

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हालांकि, फिलहाल अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि क्या कार कंपनियां पंक्चर रिपेयर किट के साथ कंप्रेसर भी प्रदान करेंगी जिसका इस्तेमाल टायर में हवा भरने के लिए किया जा सकेगा।

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Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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