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PPF Investment Benefits: बच्चों के लिए भी फायदेमंद होता है पीपीएफ निवेश, शानदार ब्याज के साथ ये हैं लाभ
PPF Investment Benefits: कोई भी माता-पिता या कानूनी अभिभावक नाबालिग बच्चे के नाम पर सार्वजनिक भविष्य निधि खाता खोल सकते हैं। एक व्यक्ति के नाम पर पीपीएफ से अधिक एक खाता नहीं खोला जा सकता है।
PPF Investment Benefits: एक बाजार विशेषज्ञ का कहना है कि कई माता-पिता अपने बच्चों की भविष्य के लिए सरकार की स्मॉल सेविंग स्कीम सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) में निवेश करना शुरू करते है, लेकिन कुछ साल का निवेश करने के बाद PPF को बंद कर देते हैं। अपने बच्चों के फ्यूचर के लिए पीपीएफ अकाउंट में निवेश करना एक उत्कृष्ट विचार है, लेकिन पीपीएफ का लाभ तभी अच्छा मिलेगा, जब आप इसको लगातार चलाते रहें। केंद्र सरकार शुक्रवार को छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में संशोधन करने जा रही है। ऐसी संभावनाएं हैं कि सरकार सितंबर तिमाही की पीपीएफ ब्याज दरों में इजाफा कर दे।
एक व्यक्ति के नाम पर एक खाता
सार्वजनिक भविष्य निधि योजना 2019 के पैराग्राफ 3 के अनुसार, कोई भी माता-पिता या कानूनी अभिभावक नाबालिग बच्चे के नाम पर सार्वजनिक भविष्य निधि खाता खोल सकते हैं। एक व्यक्ति के नाम पर पीपीएफ से अधिक एक खाता नहीं खोला जा सकता है। अब सवाल उठता है कि आखिर माता पिता बच्चों के लिए पीपीएफ में क्यों निवेश करें और इससे उन्हें क्या फादये मिलते हैं। आइये जानते हैं कि PPF में बच्चों के लि फायदे
नाबालिगों के लिए पीपीएफ खाता खोलने के फायदे
लॉक-इन अवधि
पीपीएफ खाते का एक फायदा इसकी 15 साल की लॉक-इन अवधि है। और एक बार जब बच्चा 18 वर्ष का हो जाता है तो वह यह निर्णय ले सकता है कि खाता बंद करना है या इसे आगे बढ़ाना है। आपका बच्चा चुन सकता है कि 18 वर्ष का होने पर पीपीएफ खाता बंद करना है या इसे खुला रखना है और खाता 15 साल की आवश्यक लॉक-इन अवधि पूरी कर चुका है। जो बच्चे कम उम्र में पीपीएफ खाते खोलते हैं, वे भविष्य में लॉक-इन से बच सकते हैं।
कर लाभ
एक परिवार में कई पीपीएफ खाते हो सकते हैं; प्रत्येक सदस्य के लिए एक भी संभव है। हालांकि प्रत्येक व्यक्ति के पास डाकघर या बैंक में केवल एक पीपीएफ खाता हो सकता है और एक वित्तीय वर्ष में एक व्यक्ति द्वारा निवेश व जमा की जाने वाली अधिकतम कुल राशि ₹1.5 लाख तक सीमित है।
संयोजन
यदि आप कम जोखिम वाले वित्तीय साधन में निवेश करना चाहते हैं तो सरकार समर्थित सार्वजनिक भविष्य निधि एक रास्ता है।
पीपीएफ ब्याज दर इतिहास
ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के एमडी और सीईओ पंकज मठपाल ने कहा कि जब बच्चे बड़े होंगे तो पीपीएफ पर ब्याज दर 7% नहीं होगी, बल्कि कम होगी क्योंकि एक समय था जब यह योजना 12% की पेशकश करती थी। यह हमेशा सिफारिश की जाती है कि पीपीएफ से अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए खाता जीवन में बाद में खोलने के बजाय जल्दी खोला जाए। अगर पीपीएफ ब्याज दरों का इतिहास बताता है कि 1 अप्रैल 1986 से 31 मार्च 1988 और 1 अप्रैल 1988 से 14 जनवरी 2000 के बीच सार्वजनिक भविष्य निधि खाते की ब्याज दर 12% थी। पिछले 10 वर्षों में, पीपीएफ ब्याज दर 7.1% से 8.8% के बीच रही है। वहीं, मौजूद दौर में वर्तमान में पीपीएफ दर 7.1 फीसदी पर है।
पिछली बार लघु बचत योजना में हुई थी वृद्दि
केंद्र सरकार छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में आज संशोधन कर रही है। सरकार ने पिछली तिमाही में विभिन्न लघु बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों में 70 बीपीएस तक की बढ़ोतरी की घोषणा की थी। सरकार ने पिछली दो तिमाहियों में सुकन्या समृद्धि खाता योजना, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना, राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र, किसान विकास पत्र, मासिक आय बचत योजना और सभी डाकघर समय जमा की दरों में वृद्धि की है। ऐसे में निवेशकों को संभावना है कि सरकार पीपीएफ के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 (FY24) की जुलाई-सितंबर तिमाही ब्याज दर में वृद्धि कर सकती है।