TRENDING TAGS :
जनता को फिर झटका! RBI ने लिया ये बड़ा फैसला, लोगों की उम्मीदों पर फिरा पानी
आम बजट 2021 पेश होने के बाद यह एमपीसी की पहली समीक्षा बैठक थी। बताते चलें कि पिछली तीन मौद्रिक समीक्षा बैठकों में एमपीसी ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है।
नई दिल्ली: आज एक बार फिर से मिडिल क्लास लोगों को मायूसी हाथ लगी है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की तरफ से इस बार भी ब्याज दरों में बदलाव नहीं किया गया है। आज यानी शुक्रवार को केंद्रीय बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए इसका ऐलान किया है। बता दें कि आज RBI द्वारा नई क्रेडिट पॉलिसी की समीक्षा का ऐलान किया गया है।
राजकोषीय घाटे को कम करने पर RBI की नजर
आपको बता दें कि एक्सपर्ट्स पहले ही ये अनुमान लगा रहे थे कि केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं होने का मतलब है कि रेपो रेट अभी भी 4 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी पर ही रहेगी। फिलहाल बैंक का लक्ष्य राजकोषीय घाटे को कम करने का है। वहीं, ब्याज दरों में पहले ही काफी कमी किए जाने के चलते भी इस बार रेट के कम होने की उम्मीद कम थी।
यह भी पढ़ें: Petrol-Diesel Price: पेट्रोल-डीजल के फिर बढ़े दाम, ऐसे चेक करें अपने शहर का रेट
बजट के बाद एमपीसी की पहली समीक्षा बैठक
गौरतलब है कि आम बजट 2021 पेश होने के बाद यह एमपीसी की पहली समीक्षा बैठक थी। बताते चलें कि पिछली तीन मौद्रिक समीक्षा बैठकों में एमपीसी ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। रिजर्व बैंक ने आखिरी बार 22 मई 2020 में नीतिगत दरों में संशोधन किया था।
यह भी पढ़ें: गैस सिलेंडर 25 रुपए महंगाः आम आदमी को झटका, पेट्रोल-डीजल इतना महंगा
(फोटो- सोशल मीडिया)
प्रमुख बातें
आरबीआई ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। यह चार फीसदी पर बरकरार है। यानी ग्राहकों को ईएमआई या लोन की ब्याज दरों पर नई राहत नहीं मिली है।
रिवर्स रेपो रेट भी 3.35 फीसदी पर स्थिर
बैंक रेट में भी कोई बदलाव नहीं, 4.25 फीसदी बरकरार
मार्जिनल स्टैंडिंग फसिलिटी (MSF) रेट भी 4.25 फीसदी पर
बैंक ने वित्त वर्ष 2021-22 में देश की जीडीपी में 10.5 फीसदी की तेजी का लगाया अनुमान
वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही में महंगाई दर रह सकती है 5.2 फीसदी
बैंक ने अर्थव्यवस्था में रिकवरी के दिए संकेत
दूसरी तिमाही में मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में कैपिसिटी यूटिलाइजेशन सुधार के साथ 63.3 फीसदी पर रही
पिछले कुछ महीनों में एफडीआई और एफपीआई निवेश में हुई बढ़ोतरी
टीएलटीआरओ के जरिए बैंकों से एनबीएफसी के लिए फंड होगा उपलब्ध
खुदरा डायरेक्ट प्लेटफॉर्म होगा लॉन्च, खुदरा निवेशकों को G-Sec बाजार में मिलेगा सीधा एक्सेस
आरबीआई डिजिटल पेमेंट सिस्टम के आउटसोर्सिंग के लिए दिशानिर्देश जारी करेगा
यह भी पढ़ें: अदाणी ग्रुप की बड़ी कामयाबीः Top-20 Global Energy कंपनियों में हुआ शामिल
दोस्तों देश दुनिया की और को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।