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बैंक ग्राहकों के लिए बड़ी खुशखबरी, मिलेगा ये खास तोहफा
SBI अपने कस्टमर्स के लिया एक अच्छी खुशखबरी लाया है। SBI ने एक साल के मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) में 0.10% कटौती की है।
नई दिल्ली: SBI अपने कस्टमर्स के लिया एक अच्छी खुशखबरी लाया है। SBI ने एक साल के मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) में 0.10% कटौती की है। एमसीएलआर से जुड़े सभी लोन काफी सस्ते हो जाएंगे। नई दरें 10 दिसंबर से लागू होंगी। SBI का एक साल का एमसीएलआर अब 8% से घटकर 7.90% रह जाएगा। SBI के ज्यादातर लोन एक साल के एमसीएलआर पर आधारित हैं।
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कितनी कम होगी
EMI- SBI ने MCLR पर आधारित लोन की दरें घटा दी हैं। अब हर महीने EMI 0।10% तक सस्ती हो गई है। यह दर 8 फीसदी से कम होकर 7.90 फीसदी हो गई है। सबसे बड़े बैंक ने बयान जारी कर कहा है कि ब्याज दर में कटौती के साथ वह देश में सबसे सस्ती दर पर लोन उपलब्ध कराने वाला बैंक बन गया है।
इससे पहले नवंबर महीने में भी SBI ने एमसीएलआर में बदलाव किया था। तब SBI ने एक साल के एमसीएलआर में 0.05 फीसदी की कटौती की थी। जिसके बाद यह दर 8.05 फीसदी से कम होकर 8 फीसदी हो गई थी। आपको बता दें कि रिजर्व बैंक ने इस साल रेपो रेट में अब तक 1.35 फीसदी की कटौती की है। SBI ने इसका फायदा कस्टमर्स को देने के लिए ब्याज दर में कमी की है।
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MCLR के कम होने से आपको मिलेगा सीधा फायदा-
आपको बता दें कि बैंकों द्वारा MCLR बढ़ाए या घटाए जाने का असर नए लोन लेने वालों के अलावा उन कस्टमर्स पर पड़ता है, जिन्होंने अप्रैल 2016 के बाद लोन लिया हो। अप्रैल 2016 से पहले RBI द्वारा लोन देने के लिए तय मिनिमम रेट बेस रेट कहलाती थी। यानी बैंक इससे कम दर पर कस्टमर्स को लोन नहीं दे सकते थे। 1 अप्रैल 2016 से बैंकिंग सिस्टम में MCLR लागू हो गई और यह लोन के लिए मिनिमम दर बन गई। उसके बाद MCLR के आधार पर ही लोन दिया जाने लगा। वित्त वर्ष 2019-20 में यह आठवीं बार है जब SBI ने अपनी MCLR की दरों में कटौती की है।