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Siddaramaiah: अमूल पर कांग्रेस के सिद्धारमैया बयान, मैं CM बना तो कर्नाकट में अमूल के प्रवेश का करूंगा विरोध

Siddaramaiah Statement: उन्होंने कहा कृत्रिम मांग पैदा करना अच्छा नहीं है। गुणवत्ता के लिहाज से नंदिनी अमूल जितनी ही अच्छी है, इसलिए अमूल को नंदिनी के कारोबार में दखल नहीं देना चाहिए।।

Viren Singh
Published on: 22 April 2023 9:50 PM IST (Updated on: 22 April 2023 9:55 PM IST)
Siddaramaiah: अमूल पर कांग्रेस के सिद्धारमैया बयान, मैं CM बना तो कर्नाकट में अमूल के प्रवेश का करूंगा विरोध
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Siddaramaiah Statement (सोशल मीडिया)

Siddaramaiah Statement: गुजरात स्थित डेयरी सहकारी अमूल और कर्नाटक स्थित नंदिनी के बीच संभावित विलय की अटकलों से बाजार पहले ही गमाया हुआ है। ऊपर से कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने इस मुद्दे पर विवादित बयान देकर आग में घी डालने का काम किया है। अब कांग्रेस के इस वरिष्ठ नेता का यह बयान इन दोनों कंपनियों के बीच क्या असर डालता है, यह तो आने वाले समय पर ही पता चलेगा, लेकिन जैसा उनका बयान है कि अगर कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार की वापसी हो जाती है, वहां अमूल इंडिया की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

लोगों के कहूंगा कि अमूल दूध न लें

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने शनिवार को एक मीडिया के कार्यक्रम में भाग लेते हुए उन्होंने डेयरी कंपनी अमूल और नंदिनी को लेकर चल रही संभावित विलय पर कहा कि अगर मैं कर्नाटक का सीएम बनता हूं...तो वहां से लोगों से अमूल दूध नहीं खरीदने के लिए कहूंगा। उन्होंने कहा, 'अगर मैं मुख्यमंत्री बनता हूं तो मैं लोगों से कहूंगा कि वे अमूल का दूध न खरीदें। कर्नाटक के बाजार में अमूल के प्रवेश के लिए विरोध करूंगा।

कर्नाटक में अमूल के आने लोगों का होगा नुकसान

सिद्धारमैया ने कहा कि अमूल जहां पर कारोबार कर रहा, वहां पर टिका रहे। कर्नाटक में प्रवेश करने की कोशिश ना करे। अगर अमूल कर्नाटक में आता है तो इससे वहां के स्थानीय लोगों को नुकसान होगा। सिद्धारमैयाने चिंता व्यक्त की कि अमूल के प्रवेश से स्थानीय किसानों के साथ अन्याय होगा और इसलिए उनकी पार्टी राज्य में अमूल के प्रवेश का विरोध करेगी। नंदिनी गुणवत्ता के लिहाज से अमूल जितनी अच्छी है और अमूल को नंदिनी के कारोबार में दखल देने की कोई जरूरत नहीं है।

अमित शाह के बयान के बाद उत्पन्न हुआ विवाद

दरअसल, अमूल के दूध और दही की आपूर्ति के लिए कर्नाटक के बाजार में प्रवेश की घोषणा ने विपक्षी कांग्रेस और जद (एस) को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधने का एक और मौका दिया है। केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा था कि दो ब्राडों का सहयोग डेयरी क्षेत्र के लिए चमत्कार कर सकता है।

विलय हो सकता है गंभीर प्रतिक्रिया का परिणाम

कांग्रेस और जद (एस) ने आशंका व्यक्त की है कि कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (केएमएफ) के 21,000 करोड़ रुपये के ब्रांड नंदिनी का अमूल में विलय हो सकता है, जो कि यह विलय राज्य के लोगों पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा। विपक्षीय दलों का कहना है कि नंदिनी का कर्नाटक के लोगों के साथ एक भावनात्मक संबंध है। इसे अमूल के साथ विलय करने का कोई भी प्रयास गंभीर प्रतिक्रिया का परिणाम हो सकता है।

विपक्ष बनावटी मांग पैदा करने के खिलाफ

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने कहा कि राज्य में विपक्ष का रुख बाजार विरोधी नहीं बल्कि बनावटी मांग पैदा करने के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के अंदर नंदिनी एक उच्च गुणवत्ता वाला ब्रांड है और अमूल को बाजार में प्रवेश करने और अनावश्यक प्रतिस्पर्धा पैदा करने की कोई आवश्यकता नहीं है।

उन्होंने कहा कृत्रिम मांग पैदा करना अच्छा नहीं है। गुणवत्ता के लिहाज से नंदिनी अमूल जितनी ही अच्छी है, इसलिए अमूल को नंदिनी के कारोबार में दखल नहीं देना चाहिए।।



Viren Singh

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