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Tamatar Ki Kheti Kaise Karen: टमाटर में लाखों का फायदा, यूपी वाले जाने लें कैसे करें इसकी खेती और कैसे बेचें इसे
Tamatar Ki Kheti Kaise Karen: अगर किसान टमाटर की खेती से अधिक उत्पादन अच्छा है तो उसको कई चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है। जैसे अच्छी क्वालिटी की बीज, समय समय पर कीटानाशक छिड़काव, फसल के लिए लड़की बंबू व वायर का इस्तेमाल इत्यादि है।
Tamatar Ki Kheti Kaise Karen: अगर आप किसान हैं और जिस प्रकार से इस वक्त देश में टमाटर के भाव आसमान को छू रहे हैं तो आप सोच रहे होंगे कि अगर टमाटर की खेती करते तो आज लाखों का मुनाफा कमा सकते थे। देश भर में जो आज से पिछले 10 दिन पहले 10 से 20 रुपये किलो बिक रहा था, वह अब 150-160 रुपये प्रति किलो पर बिक रहा है। हालांकि अगर यह सोच रहे हैं तो टेंशन की कोई बात नहीं है, ऐसा मौका फिर आपको अगले साल मिल सकता है, लेकिन ऐसे मौके का लाभ लेने से पहले आपको टमाटर की खेती करनी पड़ेगी। वैसे तो महेशा से टमाटर खेती किसानों को प्रॉफिट वाली फसल में से एक रही है, लेकिन कुछ ऐसे मौके किसानों की आय में चार चांद लगा देते हैं।
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इस वजह से है टमाटर की मांग
यूपी में किसान सब्जियों में टमाटर की फसल अधिक लगाते हैं। टमाटर में कई आयुर्वेदिक औषधी गुण व पोटेशियम विटामिन लाइकोपीन विटामिन सी पाया जाता है, जो लोगों के लिए काफी जरूरी होता है। इसके अलावा यह सब्जियों के स्वाद में अपना एक अलग महत्व रखता है। लोग टमाटर का सलाप, सूप व चटनी बड़े चाव से खाते हैं। इतने हजार गुणों से भरपूर्ण होने से बाजार में टमाटर की हमेशा मांग बनी रही है। इस वजह से यूपी सहित देश में कई हिस्सों में किसान टमाटर की खेती कर रहे हैं और लाखों रुपए एक फसल से बचा कर अपनी आर्थिक स्थिति को संवार रहे हैं।
कब और कैसे करें यूपी के किसान टमाटर की खेती ?
टमाटर की खेती किसान पूरे साल कर सकता है, लेकिन यूपी सहित उत्तर भारत के किसान इसकी खेती साल में दो बार करते हैं। पहले जुलाई-अगस्त से शुरू होकर फरवरी मार्च तक होती है। दूसरी फरवरी-मार्च में इन जगहों पर टमाटर की फसल लगाई जाती है और यह जून- जुलाई तक चलती है। इसकी खेती के लिए किसान को खेत में नर्सरी तैयार करनी होगी। यह नर्सरी आप सीड लिंक ट्रे में या फिर खेत में तैयार कर सकते हैं। हालांकि सीड लिंक ट्रे में फायदा यह होगा कि आपको इसको उठाकर कर कहीं भी रख सकते हैं, लेकिन खेती पर तैयार की गई नर्सरी को आप हटा नहीं सकते है। अगर ऐसा करते हैं तो नर्सरी में टमाटर की निकलने वाली जड़े हिल जाती हैं, जिसको बाद में खेत में लगाने पर खराब होने के चांस अधिक रहता है।
अधिक पानी खराब करता फसल
जिस खेत में टमाटर लगाना है, उसकी 3-4 बार जुताई कर लें। फसल को पोषक तत्व मिले, तो गोबर खाद व अन्य उर्वकर चीजों का उपयोग करें। टमाटर का फल 2 से 3 महीने में आने लगाता है, जो 9 से 10 महीने तक चलता है। आप बार बार तोड़कर बाजार में बिक्री कर कर सकते हैं। एक हेक्टेयर खेत में करीब 15 हजार टमाटर के पौधे आराम से लगा सकते हैं। हालांकि एक बार विशेष ध्यान देना चाहिए कि खेत में जल निकासी की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए, वरना फसल खराब हो सकती है।
ऐसे बढ़ेगा उत्पादन
अगर किसान टमाटर की खेती से अधिक उत्पादन अच्छा है तो उसको कई चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है। जैसे अच्छी क्वालिटी की बीज, समय समय पर कीटानाशक छिड़काव, फसल के लिए लड़की बंबू व वायर का इस्तेमाल इत्यादि है। टमाटर की फसल अगर लकड़ी व बंबू लगाकर तैयार करते हैं तो पौध ऊपर चढ़ता है। इससे पौधे में अच्छी हवा मिलती है। टमाटर तोड़ने में आराम होता है, जिससे फसल खराब नहीं होती है, जिससे हानि कम होती है।
लागत व मुनाफा
टमाटर की खेती में किसान कुल खर्चा 2 से 3 लाख रुपये तक आ सकता है और यह खर्च तकनीकी खेती का होता है। आप चाहें तो साधारण तरीके से भी टमाटम की खेती कर सकते हैं और यहां पर खर्च कम होगा। यह 2 से तीन लाख का खर्च एक हेक्टेयर खेती की है। इसमें बीज, बंबू व तार, मल्चिंग पेपर सहित मजदूरी खर्चा शामिल है। एक हेक्टेयर पर किसान 25-30 टन टमाटर उत्पादन कर सकता है। अगर इसकी कीतम बाजार में 20 रुपये किलो भी है तो वह 5-6 लाख रुपये की कमाई कर सकता है।