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Toys Price Reduced: क्वालिटी कंट्रोल से आयात के साथ कीमतों में भी गिरावट, अब सस्ते दाम पर मिलेंगे बच्चों के खिलौने
Toys Price Reduced: भारत में गुणवत्ता वाले खिलौनों के उत्पादन से अब विदेशों में भारतीय खिलौनों की मांग दिन पर दिन बढ़ रही है। इस कारण खिलौनों का उत्पादन भी अधिक हुआ है। इस वित्त वर्ष में खिलौने पर आयात शुल्क को 60 फीसदी से बढ़ाकर 70 फीसदी कर दिया गया है।
Toys Price Reduced: सभी खिलौनों पर क्वालिटी कंट्रोल से सिर्फ़ निर्यात में बढ़ोतरी और आयात में कमी नहीं आयी है बल्कि अब कम दाम पर अच्छे खिलौने बच्चों के लिए बाज़ार में उपलब्ध हो रहे हैं। पहले आशंका जताई गई थी कि खिलौनों पर क्वालिटी कंट्रोल होने से उनके दाम बढ़ जाएंगे और खिलौनों में कमी आ जाएगी। न्यूज़ट्रैक द्वारा खिलौना दुकानदारो से बातचीत करने पर पता चला कि खिलौनों के दाम में गिरावट होने से इसकी खरीददारी की संख्या बढ़ेगी जिससे दुकानदारों को फायदा होगा।
खिलौना उद्यमियों ने कहा क्वालिटी कंट्रोल करना जरूरी नहीं
हाल ही में वाणिज्य एवं उद्योग उपभोक्ता मामले मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि खिलौने उद्यमियों ने इस तरह का माहौल बनाया था जिससे लगे कि खिलौनों की क्वालिटी कंट्रोल चेक करना आवश्यक नहीं है। वर्ष 2000 से खिलौने पर क्वालिटी कंट्रोल चेक लागू है। वर्ष 20019 में केवल फीसदी खिलौने क्वालिटी कंट्रोल चेक में 500 पाते थे लेकिन अब 85-90 प्रतिशत खिलौने क्वालिटी कंट्रोल शेप में पास हो रहे हैं।
खिलौना निर्माताओं ने लिया क्वालिटी कंट्रोल का सर्टिफिकेशन
खिलौना उद्यमियों के संगठनों के मुताबिक अब तक 1200 खिलौना निर्माताओं ने लिया ना क्वालिटी कंट्रोल सर्टिफिकेट। इसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 35 कंपनियां शामिल हैं। उद्यमियों का कहना है कि क्वालिटी कंट्रोल लागू होने के बाद आयात में कमी आई है और बड़े स्तर पर खिलोनो का घरेलू उत्पादन शुरू हुआ है। घरेलू उत्पादन बढ़ने से कच्चे माल के दामों में भी गिरावट हुई है। इसका पूरा फायदा ग्राहकों को मिल रहा है।
नारायणी गिफ़्ट शॉप आशियाना के मालिक कहते हैं “खिलौनों के दामों में गिरावट होने से सभी खिलौना व्यापारियों को मुनाफा होगा। जो जो खिलौने ग्राहक को 1000 रुपए में मिलते थे वो अब 600 से 700 रुपय में उपलब्ध होंगे। क्वालिटी कंट्रोल लागू होने के बाद खिलौनो के दामों में पांच फ़ीसदी की गिरावट देखी जा सकती है। कम व्यापारी खिलौनों का आयात और निर्यात करते थे जिससे वहीं दाम तय करते थे लेकिन अब खिलौना व्यापारी अधिक होने के कारण दाम में कमी हुई है।
खिलौना उद्योग के आंकड़े
खिलौना उद्योग के आंकड़ों के अनुसार क्वालिटी कंट्रोल लागू होने से पहले वित्त वर्ष 2018-19 में खिलौना आयात 2900 करोड़ का था। क्वालिटी कंट्रोल लागू होने के बाद वित्त वर्ष 2021-22 में यह घटकर लगभग 870 करोड़ रुपए हुआ था मतलब 32 करोड़ डॉलर का निर्यात। चालू वित्त वर्ष में 2022-23 में खिलौने का निर्यात से 37 करोड़ डॉलर का रहा।