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Vegetable Price Hike: इधर मिलेगी टमाटर से राहत उधर बढ़ेंगे सब्जी के भाव, महंगाई से राहत 'No'

Vegetable Price Hike 13 August 2023: कारोबारी का कहना है कि अगस्त के आखिरी और सितंबर में प्याज की कीमतें दोगुनी हो जाएंगी। जहां पर लोगों को प्याज 25 रुपए प्रतिकिलो पर मिल रहा है, वह सितंबर की शुरूआत में 60 रुपए तक पहुंच जाएगा। Economics Times की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल अधिक गर्मी पड़ने से अधिकतर प्याज की गुणवत्ता खराब हो गई है।

Viren Singh
Published on: 13 Aug 2023 1:34 AM GMT
Vegetable Price Hike: इधर मिलेगी टमाटर से राहत उधर बढ़ेंगे सब्जी के भाव, महंगाई से राहत No
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Vegetable Price Hike: (सोशल मीडिया)

Vegetable Price Hike 13 August 2023 : अगस्त के अंत तक लोगों को भले ही टमाटर (Tomato) के बढ़े भाव से राहत मिल जाए। हो सकता है यह टमाटर फिर से 15-20 रुपये किलो बिकता दिखाई दी, लेकिन जनता को महंगाई मोर्चे से राहत मिलती नहीं दिखाई दे रही है। इधर देश में टमाटर के दाम सस्ते होंगे तो उधर प्याज के दाम बढ़ने की संभावना जता दी है। इतना ही प्याज के दामों में दोगुनी बढ़ोतरी की संभावना जताई गई है। मतलब लोगों को फिलहाल सब्जी के महंगाई मोर्च से राहत मिलने वाली नहीं है। हालांकि सरकार की कोशिश है कि बाजार में प्याज के भाव न बढ़ पाएं, इसके लिए उसने अभी से तैयारी शुरू कर दी है, ताकि लोगों को सब्जी पर ज्यादा पैसा न खर्च हो। सरकार प्याज के भाव में लागाम लगा पाएगी या नहीं यह तो भविष्य में पता चल ही जाएगा, लेकिन लोगों ने भी से कमर कसना शुरू कर दिया है। देश में प्याज बढ़ता है तो एक फिर बार से लोगों का खाने का स्वाद खराब होने वाले है।

जानें कब महंगे होंगे प्याज

प्रेस से बात करते हुए एक प्याज से जुड़े कारोबारी का कहना है कि अगस्त के आखिरी और सितंबर में प्याज की कीमतें दोगुनी हो जाएंगी। जहां पर लोगों को प्याज 25 रुपए प्रतिकिलो पर मिल रहा है, वह सितंबर की शुरूआत में 60 रुपए तक पहुंच जाएगा। Economics Times की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल अधिक गर्मी पड़ने से अधिकतर प्याज की गुणवत्ता खराब हो गई है। सरकार के पास बड़ी मात्र में भले ही प्याज स्टॉक हो, लेकिन अच्छी गुणवत्ता वाले प्याज की कीमतों में इजाफा होना तय है।

प्याज की क्वालिटी तय करती हैं दाम

एक व्यापारी ने कहा कि प्याज की कीमतों में अंतर का कारण अच्छी क्वालिटी वाले आवक की कमी का कारण है। उन्होंने कहा कि किसानों प्याज की सप्लाई को रोकना शुरू कर दिया है, ताकि बाजार में इसका दाम बढ़ सके। दिल्ली के एक प्याज व्यापारी राजिंदर शर्मा ने कहा कि दिल्ली में आने वाली करीब 30-40 फीसदी प्याज घटिया क्वालिटी की होती है। इस वजह से पिछले महीने इसकी कीमतों में 40 फीसदी का इजाफा हुआ है।

इतना बढ़ेगा दाम

एक प्याज एक्सपोर्टर ने कहा कि घरों में अच्छी क्वालिटी का प्याज उपयोग होता है। यह प्याज सितंबर थोक 30 से 40 रुपये प्रतिकिलो होगा। इससे खुदरा भाव 50 से या फिर उससे अधिक होने की संभावना है। वहीं, ET की रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश जैसे कई राज्यों में प्याज की खेती अधिक होती है। इन राज्यों में मुख्य खरीफ फसल दिवाली के आसपास शुरू की जाती है, जबकि इस साल दक्षिणी फसल को लेकर चिंताएं है।

इस बार 60 से 70 फीसदी कम हुई खेती

एक्सपोर्टर ने कहा कि वैसे तो हमें सितंबर औरअक्टूबर महीने में कर्नाटक और आंध्र प्रदेश से प्याज की पूरी आवक मिलती है, लेकिन इस बार यहां 60-70 फीसदी प्याज की खेती कम हो गई है। इसकी वजह यह है कि यहां के किसानों ने पिछले दो सालों से प्याज की खेती का रकबा कम कर दिया
है।

सरकार उठा रही यह कदम

उधर, देश में प्याज की बढ़ती कीमतों पर चल रही खबर का संज्ञान में लेते हुए इस पर नकेल कसने की तैयारी अभी से शुरू कर दी है। 10 अगस्त हो हुई उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह के साथ NAFED और NCCF के मैनेजिंग डायरेक्टर के साथ बैठक में प्याज की कीमत न बढ़े इस पर चर्चा की थी। इसकी कीतमों में अंशुक लगाने के लिए सरकार के पास 3 लाख टन प्याज बफर स्टॉक में है, जो पिछले साल के बफर स्टॉक (Buffer Stock) से 20 प्रतिशत अधिक है। वित्त वर्ष 2022-23 में सरकार ने बफर स्टॉक के तौर पर 2.51 लाख टन प्याज रखा था। ऐसे में इसको कंट्रोल करने के लिए सरकार इस बफर स्टॉक प्याज की खेले में बिक्री जारी करेगी। इतना ही नहीं, प्याज की बिक्री सरकार ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म में भी करवा सकती है।

Viren Singh

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