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Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल हत्याकांड में अतीक का नाबालिग बेटा भी शामिल, एहजम पर कस सकता है शिकंजा

uUmesh Pal Murder Case: बसपा विधायक राजूपाल हत्याकांड के अहम गवाह उमेश पाल की हत्या करने के लिए माफिया अतीक अहमद और उसके पूरे कुनबे ने बेजोड़ प्लानिंग कर रखी थी।

Krishna Chaudhary
Published on: 7 May 2023 2:01 PM IST
Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल हत्याकांड में अतीक का नाबालिग बेटा भी शामिल, एहजम पर कस सकता है शिकंजा
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Umesh Pal Murder Case: प्रयागराज के चर्चित उमेश पाल हत्याकांड के दो महीने से अधिक हो चुके हैं। इसमें शामिल कई आरोपियों का यूपी एसटीएफ और पुलिस एनकाउंटर कर चुकी है और कुछ फरार चल रहे हैं। कुछ आरोपी पुलिस की हिरासत में भी हैं, जिनसे जांच में चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। पाल मर्डर केस की जांच में जुटी पुलिस को एक नई जानकारी हाथ लगी है। इस हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद के एक और बेटे जो कि नाबालिग है, उसकी भूमिका भी सामने आ रही है।

दरअसल, प्रयागराज पुलिस ने पिछले दिनों दिवंगत माफिया अतीक के करीबी वकील खान सौलत हनीफ को गिरफ्तार किया था। पुलिस कस्टडी में हनीफ कई अहम खुलासे कर रहा है। उसके मोबाइल से भी कई बड़ी जानकारियां हाथ लगी हैं। खान सौलत हनीफ के आईफोन से ठाकुर नाम से बनी फेस टाइम की आईडी अतीक – शाइस्ता के चौथे बेटे एहजम अहमद की है। जो नाबालिग होने के कारण फिलहाल बाल संरक्षण गृह में है।

हत्याकांड से पहले बनाई गई थी फेस टाइम आईडी

बसपा विधायक राजूपाल हत्याकांड के अहम गवाह उमेश पाल की हत्या करने के लिए माफिया अतीक अहमद और उसके पूरे कुनबे ने बेजोड़ प्लानिंग कर रखी थी। माफिया के पढ़े लिखे बेटों ने तकनीक की मदद से इसे पूरी तरह से फुलप्रुफ बनाया। इस हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों को एक आईफोन दिया गया था। सभी के आईफोन पर फेसटाइम ऐप की अलग आईडी बनाई गई थी। साबरमती जेल में बैठा, बरेली जेल में बैठा अशरफ, शाइस्ता, वारदात में शामिल शूटर्स और अन्य साजिशकर्ता फेसटाइम ऐप के जरिए ही एक-दूसरे के संपर्क में थे।

शोले फिल्म के किरदारों से था प्रभावित एहजम

अतीक के नाबालिग बेटे एहजम को भी एक आईफोन दिया गया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, फेसटाइम ऐप पर सभी की आईडी उसी ने क्रिएट की थी। उसनी अपनी खुद की आईडी ठाकुर के नाम से तैयार की थी। उसने [email protected] के नाम से फेसटाइम ऐप पर अपनी आईडी बनाई थी। पिता की फेसटाइम आईडी bade006 और चाचा अशरफ की आईडी chote007 कोड वर्ड से बनाई थी। जबकि अतीक के करीबी वकील खान सौलत हनीफ की आईडी advo [email protected] से बनी थी।

बताया जाता है कि एहजम मशहूर फिल्म शोले के किरदारों से काफी प्रभावित था। इसलिए वो खुद को ठाकुर और अपने परिवार के सबसे बड़े दुश्मन माने जाने वाले उमेश पाल को गब्बर कहता था। इस नए खुलासे के बाद माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में माफिया के परिवार के एक और शख्स का नाम आरोपियों की सूची में दर्ज हो सकता है।

अभी कहां है एहजम ?

उमेश पाल हत्याकांड के बाद से माफिया अतीक अहमद का परिवार पुलिस के निशाने पर है। घटना के कुछ ही दिनों बाद पुलिस को अतीक-शाइस्ता के दोनों नाबालिग बेटे एहजम और अबान लावारिस हालत में मिले थे। जिन्हें धूमनगंज पुलिस ने बाल संरक्षण गृह राजरूपपुर में दाखिल करा दिया था। हालांकि, कई दिनों तक दोनों का कुछ अता-पता नहीं चला था। जिसे लेकर माफिया अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन कोर्ट पहुंच गई थी। अदालत द्वारा जानकारी मांगे जाने के बाद पुलिस ने बताया था कि दोनों को बाल संरक्षण गृह में रखा गया है।

अतीक के बेटों का हाल

उमेश पाल हत्याकांड के बाद से माफिया अतीक अहमद का पूरा कुनबा बिखर चुका है। बात उसके परिवार की करें तो 13 अप्रैल को सबसे पहले उसके तीसरे बेटे असद अहमद को यूपी एसटीएफ ने झांसी में एनकाउंटर में ढ़ेर कर दिया था। पाल मर्डर केस में वह सबसे अहम आरोपी थी। इसके दो दिनों बाद यानी 15 अप्रैल को अतीक और उसके भाई अशरफ की पुलिस अभिरक्षा में हत्या कर दी गई। माफिय के दो बड़े बेटे उमर और अली पहले से ही जेल में बंद हैं। अब चौथे बेटे का नाम भी आपराधिक साजिश में सामने आने लगा है। चौथा और पांचवा बेटा फिलहाल बाल संरक्षण गृह में है।

पुलिस के हाथ नहीं लग पाई शाइस्ता

माफिया अतीक अहमद की पत्नी और उमेश पाल हत्याकांड में आरोपित शाइस्ता परवीन का अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है। 50 हजार की इनामी अपराधी शाइस्ता को प्रयागराज पुलिस और यूपी एसटीएफ अब तक खोज नहीं पाई है। इस हत्याकांड में शामिल अन्य शूटर्स गुड्डू मुस्लिम, अरमान और साबिर भी अभी तक फरार चल रहे हैं। इन पर 5-5 लाख का इनाम घोषित है।

बता दें कि 24 फरवरी 2023 को प्रय़ागराज में उमेश पाल की हत्या उनके घर के बाहर कर दी गई थी। इस दौरान हमले में उनके दो सरकारी गनर भी मारे गए थे। इस हमले में सात शूटर शामिल थे, जिनमें से चार का एनकाउंटर हो चुका है।



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Krishna Chaudhary

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