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IIT Madras: पहली बार विदेश में खुलेगा IIT मद्रास का कैंपस, भारतीय छात्रों भी मिलेगा एडमिशन, जानें डिटेल

IIT Madras: IIT मद्रास पहली बार देश से बाहर विदेश में अपना कैंपस खोलने जा रहा है। यह कैंपस तंजानिया के जांजीबार में खोला जाएगा। इसमें कई देशों के छात्रों के साथ भारतीय छात्र भी एडमिशन ले सकेंगे। इस लेकर भारत और तंजानिया के बीच एमओयू पर साइन हो गए है।

Archana Pandey
Published on: 6 July 2023 2:26 PM IST
IIT Madras: पहली बार विदेश में खुलेगा IIT मद्रास का कैंपस,  भारतीय छात्रों भी मिलेगा एडमिशन, जानें डिटेल
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First time IIT Madras campus opened in Zanzibar Tanzania

IIT Madras: IIT मद्रास पहली बार देश से बाहर विदेश में अपना कैंपस खोलने जा रहा है। यह कैंपस तंजानिया के जांजीबार में खोला जाएगा। इसमें कई देशों के छात्रों के साथ भारतीय छात्र भी एडमिशन ले सकेंगे। इस कैंपस को लेकर भारतीय शिक्षा मंत्रालय, IIT मद्रास और शिक्षा एवं प्रोफेशनल प्रशिक्षण मंत्रालय तंजानिया के बीच 5 जुलाई 2023 को एक एमओयू पर साइन भी हो गए है। इस दौरान जांजीबार के राष्ट्रपति डॉ. हुसैन अली म्विनी और भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर उपस्थित रहे थे। विदेश मंत्रालय की ओर से यह जानकारी शेयर की गई है।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर कहा है कि जांजीबार में IIT मद्रास कैंपस भारत और तंजानिया के बीच अच्छी और गहरी दोस्ती को दर्शाता है। अक्टूबर 2023 में IIT मद्रास कैंपस के इस प्रोग्राम को लॉन्च किया जाएगा। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) 2020 के मुताबिक, IIT मद्रास के अलावा देश के अन्य अच्छा प्रदर्शन करने वाले विश्वविद्यालयों को अपना परिसर विदेशों में स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

भारतीय छात्र भी ले सकेंगे एडमिशन

भारत और तंजानिया के बीच हुए समझौते के तहत शैक्षणिक कार्यक्रम, पाठ्यक्रम, छात्रों का चयन और शैक्षणिक विवरण IIT Madras की ओर से किया जाएगा। जबकि पूंजी और ऑपरेशनल खर्च जांजीबार-तंजानिया की सरकार करेगी। इस कैंपस में तंजानिया, भारत समेत अफ्रीका और अन्य देशों के छात्र भी एडमिशन ले सकेंगे। इसमें पढ़ने वाले छात्रों को IIT मद्रास की डिग्री प्रदान की जाएगी।

तंजानिया में IIT कैंपस की स्थापना से पूरे विश्व में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ेगी। इसके साथ ही अन्य देशों से भारत के राजनयिक संबंधों में सुधार होगा। वहीं, IIT मद्रास के अंतरराष्ट्रीय पदचिह्न का विस्तार हो सकेगा। इसके अलावा IIT मद्रास की शिक्षा और अनुसंधान की गुणवत्ता में बढ़ोतरी होगी। ऐसे में IIT मद्रास दुनिया के लिए भारतीय उच्च शिक्षा और नवाचार के महत्वाकांक्षी गुणों का एक उदाहरण के रुप में सामने आएगा।



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Archana Pandey

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