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CBSE Board का बड़ा फैसला, अब सभी भारतीय भाषाओं में कराएगा पढ़ाई

CBSE Board News: CBSE बोर्ड अब सीबीएससी इंग्लिश के साथ भारतीय भाषाओं में पढ़ाई भी पढ़ाई कराएगा। CBSC बोर्ड ने इसे लेकर सर्कुलर जारी कर दिया है।

Archana Pandey
Published on: 22 July 2023 6:33 AM GMT (Updated on: 22 July 2023 6:44 AM GMT)
CBSE Board का बड़ा फैसला, अब सभी भारतीय भाषाओं में कराएगा पढ़ाई
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CBSE Board (Image- Social Media)

CBSE Board News: CBSE बोर्ड ने बड़ा फैसला लिया है। जिसके अनुसार अब सीबीएससी इंग्लिश के साथ भारतीय भाषाओं में पढ़ाई भी पढ़ाई कराएगा। CBSC बोर्ड ने इसे लेकर सर्कुलर जारी कर दिया है। जिसके मुताबिक, ऐसा एनईपी 2020 के प्रावधानों के अनुसार किया गया है। अब छात्रों को मातृभाषा पर विशेष ध्यान देने के साथ कई भाषाओं से अवगत कराया जाएगा, जो उनके लिए बेहद लाभप्रद होगा।

क्या कहा गया है सर्कुलर में

CBSC बोर्ड ने 21 जुलाई को इस फैसले को लेकर एक सर्कुलर जारी किया था। जिसमें कहा गया है कि सीबीएसई से जुड़े स्कूल भारतीय संविधान की अनुसूची 8 के अनुसार भारतीय भाषाओं का उपयोग पूर्व-प्राथमिक कक्षाओं से लेकर बारहवीं कक्षा तक वैकल्पिक माध्यम के रूप में अन्य मौजूद विकल्पों के रूप में करने पर विचार कर सकते हैं।

CBSC का कहना है कि स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई मातृभाषा में हो सके इसके लिए कुशल शिक्षकों, पाठ्यपुस्तकों को उपलब्ध कराया जाएगा। इसके साथ ही इस बहुभाषी शिक्षा को लागू करने की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने स्कूलों से उपलब्ध संसाधनों का पता लगाने और विशेषज्ञों से परामर्श लेने को कहा है।

वहीं. शिक्षा मंत्रालय ने भी एनसीईआरटी को 22 अनुसूचित भाषाओं में नई पाठ्यपुस्तकें तैयार करने को कहा है। जानकारी के अनुसार ये पुस्तके अगले साल से उपलब्ध हो जाएंगी। बता दें कि अब तक सीबीएसई बोर्ड के तहत सिर्फ इंग्लिश में पढ़ाई कराई जाती थी। CBSC बोर्ड की 10वीं-12वीं की परीक्षा में हर साल 30 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स शामिल होते हैं।

शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दी बधाई

सीबीएसई के इस फैसले की केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सराहना की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि अपने सभी विद्यालयों में बालवाटिका से कक्षा 12वीं तक भारतीय भाषाओं में शिक्षा का विकल्प उपलब्ध कराने के लिए सीबीएसई को बधाई देता हूं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) की परिकल्पना के अनुरूप यह विद्यालयों में भारतीय भाषा आधारित शिक्षा को बढ़ावा देगा। शिक्षा में बेहतर परिणाम की दिशा में यह एक अच्छी शुरुआत है।

Archana Pandey

Archana Pandey

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