TRENDING TAGS :
Education Stream: बैंकिंग की तरफ नहीं जाना चाहते छात्र, इंजीनियरिंग का क्रेज, दस साल के आंकड़े जारी, जानें अपने शहर का
Education Stream:छात्रों के बीच कॉमर्स स्ट्रीम की लोकप्रियता थम सी गई है।
Education Stream: शिक्षा मंत्रालय द्वारा किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि पिछले 10 वर्षों में सबसे अधिक मांग विज्ञान और कला स्ट्रीम की हो रही है। छात्रों के बीच कॉमर्स स्ट्रीम की लोकप्रियता थम सी गई है।
शिक्षा मंत्रालय ने खुलासा किया है कि पिछले 10 वर्षों में, 10वीं कक्षा के बाद छात्रों के साथ कॉमर्स स्ट्रीम ने अपना स्थान खो दिया है। मंत्रालय द्वारा किए गए एक अध्ययन से पता चला है। कि पिछले 10 वर्षों में सबसे अधिक मांग विज्ञान और कला स्ट्रीम की रही है।
मंत्रालय द्वारा किए गए अध्ययन से पता चला है कि एक राज्य से दूसरे राज्य में स्ट्रीम के चयन में भारी अंतर है। उदाहरण के लिए, त्रिपुरा और गुजरात में, 82 प्रतिशत से अधिक छात्र आर्ट्स स्ट्रीम चुनते हैं, जबकि आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु जैसे राज्यों में, केवल 2 प्रतिशत छात्र आर्ट्स स्ट्रीम चुनते हैं।
इसी तरह, साइंस स्ट्रीम आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु जैसे राज्यों में बेहद लोकप्रिय है। जबकि पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में साइंस स्ट्रीम चुनने वाले छात्रों की संख्या बेहद कम है।
रिपोर्ट में आगे बताया है कि प्रत्येक स्ट्रीम में छात्रों का स्ट्रीम के प्रति झुकाव गोवा और कर्नाटक में समान है। शिक्षा मंत्रालय छात्रों द्वारा चुने गए विषयों का अध्ययन करने के अलावा विभिन्न राज्य बोर्डों और केंद्रीय बोर्डो के पास होने वाले प्रतिशत का भी अध्ययन करता है।
भारत में कुल तीन केंद्रीय बोर्ड हैं- केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, भारतीय स्कूल प्रमाणपत्र परीक्षा परिषद और राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान। इनके साथ ही, अधिकांश राज्यों का अपना राज्य बोर्ड भी है।
कुछ बोर्डों के परिणामों का अध्ययन करने के बाद, मंत्रालय अब देश के सभी 60 बोर्डों में मूल्यांकन पैटर्न को मानने पर विचार कर रहा है। इस रिपोर्ट के आधार पर, प्रत्येक बोर्ड में डिफरेंस, के कारण, सभी राज्यों को मूल्यांकन एक मानक प्रक्रिया के साथ आने के लिए भी कहा गया है। मंत्रालय के स्कूल शिक्षा सचिव संजय कुमार ने कहा, "इस संबंध में इस महीने की शुरुआत में एक बैठक हुई थी जिसमें राज्यों के साथ प्रस्तुति(Presentation) साझा की गई थी और एक सामान्य मूल्यांकन प्रणाली विकसित करने के बारे में चिंताओं पर चर्चा की गई थी।"