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बॉलीवुड-हॉलीवुड तक पहचान: इनकी कहानी सुन रो देंगे आप, दिलचस्प है किस्से
आदेश श्रीवास्तव आज हमारे बीच नहीं है। कम उम्र में ही कैंसर से जंग लड़ते लड़ते उन्होंने साल 2015 में दुनिया को अलविदा कह दिया था।
मुंबई: आदेश श्रीवास्तव ने एक युवा और योग्य संगीतकार और गायक के तौर पर अपनी पहचान बनाई थी बहुमुखी प्रतिभा के धनी होने के चलते उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करने अवसर मिला था। उनके गाने दिल को छूने वाले होते हैं जिन्हें आज भी सुनना अच्छा लगता है। आदेश श्रीवास्तव आज हमारे बीच नहीं है। कम उम्र में ही कैंसर से जंग लड़ते लड़ते उन्होंने साल 2015 में दुनिया को अलविदा कह दिया था।
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इलाज के लिए पैसे नहीं थे
आदेश का जन्म 4 सितंबर को जबलपुर मध्य प्रदेश में हुआ था। इतने हिट और पॉपुलर होने के बाद भी अंतिम समय में आदेश के पास इतने पैसे नहीं बचे थे कि वो अपना इलाज करा सकें। आज उनके जन्मदिन कल यानि 5 सितंबर को उनके डेथ एनिवर्सरी जानते हैं कुछ खास बातें।
सोशल मीडिया से
बॉलीवुड से हॉलीवुड तक किया काम
साल 1993 में रिलीज हुई फिल्म कन्यादान से आदेश श्रीवास्तव को पहला ब्रेक मिला था। 1994 में 'आओ प्यार करें' फिल्म में संगीत देकर बतौर संगीतकार उन्होंने कदम रखा। जल्द ही आदेश ने एक युवा और योग्य संगीतकार और गायक के तौर पर अपनी पहचान बनाई। आदेश श्रीवास्तव ने बॉलीवुड के साथ-साथ हॉलीवुड हस्तियों के साथ भी काम किया और गाने की शुरुआत की। मशहूर हॉलीवुड और पॉप गायक-गायिकाओं के साथ कई दफा स्टेज शेयर भी किया था। शकीरा, एकॉन समेत कई हस्तियों के साथ गाने गए। वो मशहूर टीवी शो 'सा रे गा मा पा' में एक जज के तौर पर भी नजर आए।
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आइफा अवॉर्ड मिला
आदेश को असली पहचान साल 2000 में आई फिल्म 'रिफ्यूजी' से मिली। इस फिल्म में संगीत देने के लिए उन्हें आइफा अवॉर्ड मिला। इसके बाद 'रहना है तेरे दिल में (2001)' 'कभी खुशी कभी गम (2001)', 'बागबान (2003)' और 'राजनीति (2010) ' में उनका तैयार किया गया संगीत बेहद लोकप्रिय हुआ। लेकिन बाद में उन्होंने ऐसे शो में जाना बंद कर दिया। उनके मुताबिक इन टीवी शो में पारदर्शिता नहीं होती।
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कई हिट सॉन्ग
क्या अदा क्या जलवे तेरे पारो', 'सोना सोना', 'शाबा शाबा', 'नीचे फूलों की दुकान', 'मोरा पिया', 'मैं यहां तू वहां' और 'चली चली फिर चली चली' जैसे गाने को कंपोज करने वाले संगीतकार और गायक आदेश श्रीवास्तव ने तमाम हिट गाने दिए।
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पत्नी ने आखिरी वक्त तक दिया साथ
आदेश ने एक्ट्रेस सिंगर विजेयता पंडित से शादी की थी। आदेश कैंसर से पीड़ित थे साल 2010 में आदेश को कैंसर का पता लगा। जिसका इलाज कराने वह अमेरिका भी गए थे। वहां से इलाज करा कर आदेश लौटे ही थे की 10 दिन बाद फिर बीमार पड़ गए। वह 45 दिनों तक अंधेरी के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती थे। अंत में डॉक्टर्स भी हार मान गए थे और कीमियोथेरेपी भी बंद कर दी थी। बताया गया था की उनके इलाज में एक इंजेक्शन पर 12 लाख रुपये खर्च हो रहे थे।
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और उनका इलाज कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में चल रहा था। पैसों की तंगी के चलते उन्होंने बहुत परेशानी उठाई। उन्हें अपनी कारें तक बेचनी पड़ीं। 5 साल के भीतर उनका कैंसर तीसरी बार उबरा था। उनके निधन के बाद परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। आर्थिक तंगी के चलते विजयेता को आदेश का कमरा भी किराए पर उठाना पड़ा। अपना 51वां जन्मदिन मनाने के ठीक अगले दिन 5 सितंबर 2015 को उन्होंने अंतिम सांस ली