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पृथ्वीराज कपूर नहीं चाहते थे कि लड़कियां फिल्मों में करें काम, जानें क्यों?

आज कपूर खानदान के सबसे पहले दिग्गज एक्टर पृथ्वीराज कपूर का जन्मदिन है। पृथ्वीराज को ही हिंदी सिनेमा का पहला शो मैन कहा जाता है।

Shreya
Published on: 3 Nov 2019 5:53 AM GMT
पृथ्वीराज कपूर नहीं चाहते थे कि लड़कियां फिल्मों में करें काम, जानें क्यों?
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पृथ्वीराज कपूर नहीं चाहते थे कि लड़कियां फिल्मों में करें काम, जानें क्यों?

मुंबई: बॉलीवुड में मूक सिनेमा के दौर से लेकर ब्लैक एंड व्हाइट और रंगीन सिनेमा तक कपूर खानदान का राज रहा है। बालीवुड में कपूर खानदान की अपनी अलग ही लोकप्रियता है। आज कपूर खानदान के सबसे पहले दिग्गज एक्टर पृथ्वीराज कपूर का जन्मदिन है। पृथ्वीराज को ही हिंदी सिनेमा का पहला शो मैन कहा जाता है। आज उनके जन्मदिन के दिन उनकी जिंदगी से जुड़ी जानिए कुछ खास बातें-

बचपन से अभिनय में थी रुचि

पृथ्वीराज कपूर 3 नवंबर, 1906 को लायलपुर (फैसलाबाद, पाकिस्तान) के समुंद्री में पैदा हुए थे। इनके पिता बशेश्वरनाथ कपूर एक पुलिस अधिकारी थे। पृथ्वीराज कपूरी की बचपन से ही अभिनय में रुचि रही, लेकिन उन्होंने इसको अपना करियर बनाने का फैसला अपनी कॉलेज लाइफ में किया।

काम की तलाश में आए मुंबई

पृथ्वीराज कपूर एक्टिंग के चलते लाहौर आ गए, लेकिन उन्हें यहां पर काम नहीं मिला। साल 1929 में पृथ्वीराज काम की तलाश में मुंबई आ गए और असल में यहीं से शुरु होता है, उनके पहले शो मैन बनने का सफर। मुंबई में आकर वो इंपीरियल फिल्म कंपनी में बिना तनख्वाह के एक्स्ट्रा एक्टर के तौर पर कम करने लगे।

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'सिकंदर' ने बदली जिंदगी

पृथ्वीराज कपूर शुरुआती दौर कुछ खास नहीं रहा, लेकिन कहते हैं ना कि, अगर सच्चे दिल से कुछ मांगा जाए तो पूरी कायनात भी आपको उससे मिलाने में लग जाती है। पृथ्वीराज कपूर के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ, साल 1941 में आई फिल्म 'सिकंदर' ने उनका वो सपना पूरा किया, जिसका सपना लिए वो मुंबई आए थे। इस फिल्म में उन्होंने सिकंदर की भूमिका निभाई थी। इस फिल्म को सोहराब मोदी ने डायरेक्ट किया था।

पृथ्वी थिएटर की स्थापना की

पृथ्वीराज कपूर केवल फिल्मों तक ही सीमित नहीं रहते थे, उन्होंने कई नाटक भी प्ले किए थे। उन्होंने आजादी के आंदोलन पर भी कई नाटक किए थे। पृथ्वीराज कपूर ने पृथ्वी थिएटर की स्थापना की, इस थिएटर की थीम आजादी के संघर्ष से ही जुड़ी रहती थी।

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नहीं चाहते थे कि लड़कियां करें फिल्मों में काम

पृथ्वीराज कपूर के बारे में ये भी कहा जाता है कि, वो नहीं चाहते थे कि उनके परिवार की कोई भी महिला फिल्मों में काम करे। वो इसके लिए काफी सख्त थे। ऐसी इसलिए भी क्योंकि उन्हें लगता था कि, फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं का बहुत शोषण किया जाता है।

बहन शांता को इसलिए लगाई फटकार

एक बार पृथ्वीराज अपनी बहन शांता कपूर के साथ फिल्म इंडिया मैगज़ीन के एडिटर-पब्लिशर बाबूराव पटेल से मिलने पहुंचे थे। वहां पर बाबूराव ने शांता को देखा और कहा कि वो उन्हें फिल्मों में काम दिला सकते हैं। ये सुनकर पृथ्वीराज बहुत ज्यादा भड़क गए। वो शांता को घर ले आए और उन्हें खूब फटकार लगाई।

बताया जाता है कि, पृथ्वीराज ने शांता को इस बात के लिए डांटा कि वो अपनी सुंदरता का इतना ध्यान देती हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, शांता ने बताया था कि, परिवार में ये रिवाज रहा है कि परिवार की कोई बहू या बेटी एक्टिंग नहीं करेगी। ऐसा इसलिए है क्योंकि फिल्म इंडस्ट्री में लड़कियों का बहुत शोषण होता था।

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