TRENDING TAGS :
Bollywood Special: जब 'रामायण' की 'मंथरा' ललिता पवार की बहन ही बन गई थीं उनकी सौतन, उजड़ गई थी एक्ट्रेस की खुशहाल जिंदगी
Bollywood Special: आपको 'रामायण' की 'मंथरा' तो याद होगी? यादगार किरदार निभाने वाली दिवंगत मशहूर अभिनेत्री ललिता पवार ने भले फिल्मी करियर में सफलता हासिल की हो, लेकिन उनकी निजी जिंदगी काफी संघर्षों से भरी हुई थी। आइए आज हम यहां उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ खास बातें आपको बताते हैं।
Bollywood Special: दिवंगत दिग्गज एक्ट्रेस ललिता पवार ने हिंदी सिनेमा में बतौर लीड एक्ट्रेस अपनी शानदार शुरुआत की थी। हालांकि, बाद में उनकी लाइफ में एक ऐसा मोड आया कि वह सिर्फ एक सपोर्टिंग स्टार बनकर रह गईं। अपने जीवन में उन्होंने एक से बढ़कर एक निगेटिव किरदार निभाए हैं, जिन्हें देखकर ऑडियंस को नफरत हो जाए। उनके द्वारा निभाए गए इन्हीं बेहतरीन किरदारों में से एक है, रामानंद सागर की 'रामायण' में निभाया गया 'मंथरा' का रोल, जिसे देखकर आज भी लगता है कि भगवान राम के युग में जो मंथरा रही होंगी, वह बिल्कुल ललिता पवार की जैसी ही होंगी।
महज 9 साल की उम्र में की थी एक्टिंग करियर की शरुआत
ललिता पवार ने महज 9 साल की उम्र में एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। ललिता की पहली फिल्म 'राजा हरिश्चंद्र' थी, जिसका निर्देशन वाई.डी सरपोतदर ने किया था। वैसे तो यह फिल्म एक साइलेंट मूवी थी, लेकिन फिल्म में किए गए ललिता के काम को हर किसी ने खूब सराहा और इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इसके बाद उन्होंने एक से बढ़कर एक फिल्म दी, लेकिन जितनी कामयाबी उन्हें फिल्मी जगत में मिली, उतनी ही ज्यादा मुश्किल उनकी पर्सनल लाइफ थी। उनका निजी जीवन किसी रोलर-कोस्टर की सवारी से कम नहीं रहा। अपनी प्रोफेशनल लाइफ में सफलता को हासिल करने वाली ललिता पवार की जिंदगी में एक समय वह भी आया था, जब उनकी शादीशुदा लाइफ को उनकी छोटी बहन ने ही बर्बाद कर दिया था।
Also Read
एक एक्सीडेंट ने बदल दिया ललिता का करियर
ललिता अपने जमाने की खूबसूरत एक्ट्रेस रही हैं, जो फिल्मों में लीड रोल किया करती थीं, लेकिन फिल्म 'जंग-ए-आज़ादी' के एक थप्पड़ मारने वाले सीन में उनके को-एक्टर भगवान दादा ने ललिता को इतनी जोर से थप्पड़ जड़ दिया था कि उनके कानों से खून बहने लगा था। इससे उनकी दाहिनी आंख की नस फट गई थी और नतीजा ये हुआ था कि उनके चेहरे की एक साइड पैरालाइज हो गई और आंख भी खराब हो गई, जिसकी वजह से उन्हें लीड रोल मिलने बंद हो गए थे। हालांकि, ललिता पवार ने हार नहीं मानी और बतौर सपोर्टिंग एक्ट्रेस जबरदस्त कमबैक किया। उन्हें सख्त और डोमिनेटिंग सास के रोल मिलने लगे, जिन्हें उन्होंने इतनी शिद्दत से निभाए कि उनकी छवि 'बेस्ट विलेन' की बन गई। ये उनके निगेटिव किरदार ही थे, जिनकी वजह से उन्हें रामानंद सागर की 'रामायण' में 'मंथरा' का आइकॉनिक रोल मिला, जिसे उन्होंने अपनी दमदार एक्टिंग से अमर बना दिया।
ललिता की अपनी बहन बन गई थीं उनकी दुश्मन
एक ओर जहां ललिता की प्रोफेशनल लाइफ सफलता से भरी रही, वहीं उनकी पर्सनल लाइफ काफी मुश्किल रही। 1930 के दशक के बीच में ललिता पवार ने फिल्म निर्माता गणपतराव के साथ शादी की थी। हालांकि, उनकी खुशहाल जिंदगी में तब ग्रहण लग गया, जब ललिता को पति गणपतराव के एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर का पता चला। हालांकि, ललिता की खुशियों को छीनने वाली कोई और नहीं, बल्कि उनकी अपनी छोटी बहन थी। जैसे ही ललिता को इस बात की खबर लगी, उन्होंने अपने पति को तलाक दे दिया। इसके बाद उनके जीवन में दोबारा प्यार की एंट्री हुई और उन्होंने राजकुमार गुप्ता से दूसरी शादी की। पेशे से वह भी फिल्म मेकर ही थे। इस शादी से उन्हें एक बेटा जय पवार है, जो एक प्रोड्यूसर हैं।
दूसरी शादी के कुछ सालों बाद उन्हें मुंह का कैंसर हो गया था, जिसके बाद वह पुणे में शिफ्ट हो गई थीं। 24 फरवरी 1998 को ललिता पवार ने अपने पुणे स्थित घर में अंतिम सांस ली थी। हालांकि, उनके घरवालों को उनकी मौत का पता तीन दिन बाद चला था।